मधुबनी. जिले में शिशु एवं बाल स्वास्थ्य को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से इंटीग्रेटेड मैनेजमेंट ऑफ न्युनेटल एंड चाइल्डहुड इलनेस कार्यक्रम के तहत गुरुवार को मेडिकल ऑफिसर को प्रशिक्षण दिया गया. प्रशिक्षण का आयोजन स्वास्थ्य विभाग की ओर से किया गया. इसमें विशेषज्ञ प्रशिक्षकों ने नवजात एवं बाल रोगों की पहचान, प्रबंधन एवं रेफरल प्रणाली की जानकारी दी. प्रशिक्षण के दौरान चिकित्सकों को शिशु मृत्यु दर में कमी लाने, नवजात संक्रमण, निमोनिया, दस्त, कुपोषण, बुखार एवं अन्य सामान्य बाल रोगों के समुचित प्रबंधन की तकनीकी जानकारी दी गई. इसके साथ ही समुदाय आधारित हस्तक्षेप, समय पर रेफरल और परिवार को स्वास्थ्य संबंधी परामर्श देने पर भी बल दिया गया. सिविल सर्जन डॉ. हरेंद्र कुमार ने कहा कि आईएमएनसीआई प्रशिक्षण से चिकित्सकों की क्षमता में वृद्धि होगी और इससे जिला स्तर पर बाल मृत्यु दर में कमी लाने में मदद मिलेगी. प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर आने वाले नवजात और शिशुओं को समय पर सही उपचार मिलेगा. प्रशिक्षण में जिले के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों से मेडिकल ऑफिसर शामिल हुए.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

