बेनीपट्टी .प्रखंड के चानपुरा में तीन मासूम के सिर से मां का साया उठ चुका है. गांव के बेचन कुमार के घर में सोमवार को प्रसव वेदना में उनकी पत्नी खुशबू की मौत के बाद से मातम पसरा हुआ है. उन्होंने कहा कि उनकी तीन-तीन मासूम बेटियों का वह कैसे देखभाल कर सकेंगे. स्थानीय लोगों ने बताया कि मृतिका खुशबू के तीन पुत्रियां है. उसकी पुत्री छह वर्षीया साक्षी कुमारी, तीन वर्षीया सृष्टि कुमारी और डेढ़ साल की गुंजन कुमारी का रो-रोकर बुरा हाल है. यह मासूम चारों ओर मां-मां कर रोती बिलखती अपनी मां को खोजने दौड़ पड़ती है. उसे पड़ोस की महिलाएं संभालने में जुटी हैं. गांव की महिलाएं कहतीं हैं कि खुशियों का माहौल मातम में तब्दील हो गया. इन नन्ही मासूम के सिर से मां का साया उठ गया. ईश्वर ना करे कि दुश्मन को भी ऐसी सजा मिले. चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मियों की घोर लापरवाही ने बेचन की जिंदगी खाक कर दिया है. रोते बिलखते बेचन ने बताया कि गरीब हूं. जैसे तैसे गुजर बसर करता हूं. जीवन साथी भी अकेला छोड़ चली गई. अब मै इन मासूम बच्चों को कैसे संभाल पाऊंगा. बताते चलें कि प्रसव पीड़ा से कराह रही बेचन की पत्नी खुशबू की मौत उस समय हो गयी, जब बेनीपट्टी अनुमंडलीय अस्पताल के चिकित्सकों व स्वास्थ्य कर्मियों ने देखना तक उचित नही समझा. प्रसव पीड़ा तेज होते ही अस्पताल के बरामदे पर ही प्रसव होने लगा तो वहां मौजूद महिलाओं ने साड़ी का घेरा बनाकर प्रसव कराना चाहा. लेकिन बच्चा फंस गया और स्थिति नाजुक होते देख वहां के स्वास्थ्य कर्मियों ने आनन-फानन में एम्बुलेंस बुलाकर वहां से निजी क्लिनिक में भेज दिया. जहां से पहले पुपरी और फिर सीतामढ़ी ले जाया गया. जहां इलाज के क्रम में ही उसकी मौत हो गई.
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