मधुबनी. जिला मुख्यालय सहित जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में बीते सोमवार से तीन दिवसीय मां काली पूजनोत्सव की शुरुआत हुई. इसके लिए शहर के थाना मोड़, सप्ता, धनुषी, रहिका सहित दर्जनों जगहों पर आकर्षक पूजा पंडालों का निर्माण किया गया है. आकर्षक पूजा पंडालों में मां काली की प्रतिमा स्थापित कर श्रद्धालु उनकी आराधना कर रहे हैं. मंगलवार को भी श्रद्धालु नर-नारियां अपने हाथों में फूल, अक्षत, बेलपात, धूप-दीप नैवेद्य से सजी डालियां लिये पूजा पंडालों की ओर रुख करते दिखे. हजारों भक्तों श्रद्धा व निष्ठापूर्वक मां काली की आराधना कर अपने सकल परिवार के लिए मंगल की. मां काली की मंदिर व पूजा पंडालों से निकल रहे मां के जयकारे से संपूर्ण वातावरण आध्यात्मिक रस से सराबोर हो गया है. हर भक्तों के सिर पर मां काली की भक्ति का असर स्पष्ट रूप से दिख रहा है. वहीं, काली पूजा समिति सप्ता की ओर से इस वर्ष भी हर्षोल्लास से तीन दिवसीय काली पूजा का आयोजन किया जा रहा है. यहा मां काली की पूजा तांत्रिक विधि से करने की परंपरा है. मां काली पूजनोत्सव के अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया है. मंगलवार को मां काली की पूजा करने काफी संख्या में श्रद्धालु यहां दिखे. वहीं, महिलाओं ने मां काली के समक्ष भाड़ी संख्या में खोइंछा भरा. पूजा के सफल आयोजन के लिए समिति के अध्यक्ष तारानंद झा, सचिव आशीष कुमार चौधरी, कोषाध्यक्ष विजय शंकर झा, राजू झा, कन्हैया झा, अशोक झा, पवन कुमार चौधरी, किशोर चौधरी, आरती कांत झा, गोपी रमण झा, बाबू साहब, जयकांत चौधरी, गोपी रमण झा, दीपक कुमार, चंदन कुमार सहित सभी ग्रामीण जुटे हुए हैं.
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