झंझारपुर.अररिया संग्राम स्थिति राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज के अतिथि तकनीकी सहायक एवं अतिथि अनुदेशक अपने हक और अधिकार के लिए कॉलेज के मुख्य गेट पर सोमवार को काला पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया. कर्मियों ने मांग पत्र प्रिंसिपल को सौंपा है. इस विरोध प्रदर्शन में यांत्रिकी मो. सिराजुद्दीन, गणेश कुमार यादव, कंचन कुमारी, राम बहादुर यादव, रसायन के सौरभ कुमार मिश्रा, कंप्यूटर से सतीश कुमार, असैनिक से मयंक कुमार और स्वर्णमणि मिश्रा, भौतिकी से जितेंद्र कुमार, विद्युत से रोशन कुमार, इलेक्ट्रॉनिक्स से प्रिया कुमारी आदि शामिल थे. कर्मियों ने कहा कि बिहार के प्रत्येक जिलों में राजकीय अभियंत्रण महाविद्यालय एवं राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज खुल गए. उसमें शिक्षकों और तकनीकी सहायकों की भारी कमी थी. इस कमी को पूरा करने और एआईसीटीई की शर्तों को पालन सुनिश्चित करने के लिए अतिथि तकनीकी सहायक एवं अतिथि अनुदेशक का महत्वपूर्ण योगदान रहा. जो दिन रात मेहनत कर महाविद्यालय में पठन-पाठन का वातावरण तैयार कर छात्रों की गुणवत्ता शिक्षा दी. संस्थाओं को सुचारू रूप से चलाने में अपने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. लेकिन जहां बिहार सरकार अतिथि तकनीकी सहायक एवं अतिथि अनुदेशक को कुछ नहीं दिया. जो आज तक ठगा महसूस कर रहे हैं. वहीं बगल के पड़ोसी राज झारखंड में अतिथि तकनीकी सहायक एवं अतिथि अनुदेशकों को संविदा में संयोजन कर 65 वर्ष तक उनकी बेहतरीन शिक्षा के उम्र निर्धारित की गई. वहीं बिहार के सभी अतिथि तकनीकी सहायक और अनुदेशक अपने भविष्य को बिहार सरकार द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाए जाने के विरुद्ध काली पट्टी बांधकर महाविद्यालय में शैक्षणिक कार्य को बिना कोई बाधा पहुंचाते हुए विरोध प्रदर्शन कर बिहार में भी संविदा में समायोजन कर 65 वर्ष तक नौकरी में बने रहने का मांग किया है.
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