मधुबनी.
सोमवार की रात करीब सवा आठ बजे भारत-नेपाल सीमा के समीप भारतीय क्षेत्र में आसमान में 15 की संख्या में ड्रोन जैसी वस्तु उड़ती दिखी. रात के अंधेरे में आसमान में बड़ी प्रकाशमान वस्तु को आसमान में उड़ते कई लोगों ने देखा. इसके बाद सोशल मीडिया पर यह बात तेजी से फैलने लगी. कई यूजर ने इसकी तस्वीर खींचकर वायरल भी किया. कई लोग घरों की छतों पर चढ़ कर देखने लगे. इस घटना ने सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया है. प्रत्यक्षदर्शियों व अधिकारियों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, उत्तर-पश्चिम दिशा से दक्षिण-पूर्व दिशा की ओर (नेपाल से भारत) चमकती हुई अज्ञात उड़न वस्तुओं की एक शृंखला देखी गयी. इन वस्तुओं की संख्या लगभग 15 से 20 बतायी जा रही है, जो एक लाइन में एक ही दिशा में आगे बढ़ रही थीं. इस असामान्य गतिविधि को मधुबनी जिले की सीमा से लगे क्षेत्रों के नागरिकों व सुरक्षा बलों ने स्पष्ट रूप से देखा. इन उड़न वस्तुओं की गति और संरचना सामान्य ड्रोन या विमान जैसी नहीं थी, जिससे यह और रहस्यमय हो गया. सुरक्षा बलों ने तुरंत इस घटना की सूचना उच्च अधिकारियों को दी.एसएसबी के एक वरीय पदाधिकारी ने घटना की पुष्टि की है. उन्होंने कहा कि वे इस विषय में सतर्क हैं और नेपाल की सुरक्षा एजेंसियों से लगातार संपर्क में हैं. एसएसबी के अनुसार यह घटना भारत-नेपाल सीमा के बेहद निकट हुई, जिससे सीमा सुरक्षा से जुड़े पहलुओं पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है.
हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि ये वस्तुएं ड्रोन थीं या उपग्रह से संबंधित कोई प्रणाली या किसी अन्य तकनीक का हिस्सा था. रक्षा मंत्रालय, खुफिया एजेंसियां व हवाई यातायात नियंत्रण केंद्र मिलकर मामले की जांच कर रहे हैं. जानकारों का मानना है कि इस प्रकार की घटनाएं कभी-कभी उपग्रह समूहों के प्रक्षेपण या सैन्य परीक्षणों से जुड़ी हो सकती है, लेकिन जब तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं होती, तब तक इसे एक संभावित सुरक्षा के रूप में देखा जा रहा है. सुरक्षा एजेंसियों ने नागरिकों से अपील की है कि वे घबराएं नहीं, किसी भी अफवाह पर विश्वास न करें. यदि कोई संदिग्ध गतिविधि दिखे तो तत्काल प्रशासन को सूचित करें.क्या कहते हैं अधिकारी
डीएम अरविंद कुमार वर्मा ने कहा कि आसमान में कुछ चमकीला चीज तो उड़ रहा था. इस संबंध में नेपाल से बातचीत करने पर नेपाल ने कहा कि ड्रोन नहीं था. उन्होंने बताया कि मामले के संबंध में हायर अथॉरिटी को लिखा गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है