झंझारपुर.
अररिया संग्राम थाना के चौकीदार शिव कुमार चौपाल के 12 वर्षीय आदित्य कुमार के अगवा व हत्या मामले का पुलिस ने उद्भेदन कर दिया है. पुलिस ने कहा है कि इस मामले का मास्टरमाइंड पिपरौलिया पंचायत का सरपंच मो जिलानी है. धराये आरोपी मो. फिरोज के बयान पर कांड का फर्दाफाश हुआ. इस मामले में पुलिस ने मो जिलानी, मो फैयाज एवं मो गुलनवाज को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. एक अन्य आरोपी पुलिस की गिरफ्त से दूर है. चौकीदार पुत्र का अगवा कर हत्या इसलिए हुई कि चौकीदार, सरपंच की बात नहीं मानता था. कुछ दिन बाइक खरीद फरोख्त में भी विवाद होने की बात सामने आ रही है.कैसे हुआ वारदात
थानाध्यक्ष आयुष कुमार झा ने कहा कि अभियुक्त के बयान के अनुसार, पिपरौलिया सरपंच मो जिलानी ने मो फैयाज को तीन युवक चौकीदार पुत्र को अगवा करने को कहा. जिसके बदले सभी 50- 50 हजार रुपये देने का प्रलोभन भी दिया. फैयाज ने मो गुलनवाज व एक अन्य को टीम में शामिल कर 13 अक्टूबर को घुमाने के बहाने घर से अगवा कर लिया. जिसे रतुपार- अररिया ट्राॅमा मेंटर के पास बने पुराने मकान में ले गया. वहां पहले से मो जिलानी मौजूद था. दो दिन तक उसी मकान में चौकीदार पुत्र को रखा. 15 की रात को मो जिलानी बच्चे का गर्दन दबाकर हत्या कर दी. गला दबाने के दौरान अन्य तीनों आरोपी बच्चे को पकड़कर रखा था. हत्या के बाद उसी रात बगल के धान के खेत में शव को फेंक दिया. हत्या के बाद इस मामले में आरोपी को डर सताने लगा, तो मो. जिलानी ने अवैध पिस्टल सटाकर धमकाया. कहा कि इस बात की पोल खोली तो सभी को जान से मर दिया जाएगा, साथ ही 50 हजार रुपये भी नहीं दी दिये जाएंगे.इंस्टाग्राम पर मांगी फिरौती
थानाध्यक्ष ने कहा कि चौकीदार शिवकुमार चौपाल ने 13 अक्टूबर को 12 वर्षीय आदित्य 12:00 बजे दिन के बाद गायब हो गया. परिवार के लोग व चौकीदार उसकी काफी खोजबीन की. नहीं मिलने पर 14 अक्टूबर को चौकीदार ने अपने पुत्र के अपहरण किए जाने की प्राथमिकी दर्ज करायी. 15 को आवेदन के आलोक में कस दर्ज कर लिया गया. उसी दिन चौकीदार के दो पड़ोसी के मोबाइल पर अपहरण कर्ताओं ने इंस्टाग्राम पर 25 लाख की फिरौती की राशि की मांग की. सूचना मिलते ही पुलिस जांच शुरू कर दी. चार दिन तक पुलिस इंस्टाग्राम यूजर व उसमें प्रयुक्त किए गए मोबाइल नंबर की खोजबीन करती रही. जिस इंस्टाग्राम से फिरौती की मांग की गयी थी. उस पर अपहरण कर्ताओं ने अपहृत बालक आदित्य कुमार का एक फोटो भी भेजा था, ताकि विश्वास हो सके कि उनका लड़का उन्हीं के कब्जे में है. 25 लाख में 5 लाख नकद भेजने व 20 लाख रुपये ऑनलाइन भेजने के लिए स्कैनर भी भेजा गया. पुलिस स्कैनर की जब जांच की तो एक स्कैनर कर्नाटक राज्य का था, जबकि दूसरा स्कैनर खगड़िया का था. डीएसपी सुबोध कुमार सिन्हा ने बताया कि इंस्ट्राग्राम नया था. उसमें यूज किए गए नंबर को पता लगाने के लिए तकनीकी रूप से समय लगा, जो मोबाइल नंबर मिला उस पर जांच भी शुरू कर दी गयी.
अररिया संग्राम ओपी में धराया सरपंच मो जिलानी पर पूर्व में दंगा व हत्या करने जेल की हवा खा चुका है. कांड संख्या 83/18 में अब्दुल जब्बार के हत्या में आरोपी है. जिसमें जब्बार की पत्नी नजरा बेगम ने प्राथमिकी दर्ज करायी थी. जिसमें मो जिलानी के साथ पांच लोगों को आरोपित किया था. जिसमें पुलिस ने पांच लोगों पर कोर्ट में चार्जशीट दाखिल किया था. एसपी योगेंद्र कुमार व एसडीपीओ सुबोध कुमार सिन्हा ने कहा कि धराया अपराधी को स्पीडी ट्रायल चलाया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

