मधुबनी. बिहार चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ से संबद्ध आशा एवं आशा फैसिलिटेटर संघ के सदस्यों ने मंगलवार को लंबित मांगों के समर्थन में प्रदर्शन किया गया. प्रदर्शनकारी संघ भवन से चलकर सिविल सर्जन कार्यालय पर पहुंचे. प्रदर्शन का नेतृत्व आशा एवं आशा फैसिलिटेटर संघ की जिला मंत्री रेखा मिश्रा एवं बिहार चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के जिला उपाध्यक्ष सुशील प्रसाद यादव ने किया. वहां हुई सभा की अध्यक्षता आशा एवं आशा फैसिलिटेटर संघ की जिला अध्यक्ष गीता देवी एवं बिहार चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के जिला उपाध्यक्ष सुशील प्रसाद यादव ने संयुक्त रूप से किया. जिला मंत्री रेखा मिश्रा ने कहा कि बिहार सरकार सिर्फ वादों की सरकार है. एक हजार रुपये प्रोत्साहन राशि को बढ़ाकर ढाई हजार करने का आश्वासन देने के बावजूद मुकर गई. उस राशि को पारितोषिक के बदले मासिक मानदेय के रूप में देने का आश्वासन भी दिया गया था. चुनाव में अपने वोट के लिए फिर तीन हजार रुपये प्रति माह देने की घोषणा की है. लेकिन पत्र निर्गत नहीं किया है. इससे उनकी मानसिकता स्पष्ट होती है. सभा को संबोधित करते हुए बिहार चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के उपाध्यक्ष सुशील प्रसाद यादव ने कहा कि प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, स्वास्थ्य प्रबंधक, प्रखंड सामुदायिक उत्प्रेरक द्वारा आशा कार्यकर्ता एवं आशा फैसिलिटेटर का आर्थिक शोषण करना आम बात हो गई है. सभा को विनीता कुमारी, सोनी कुमारी, मीनू झा, फूल कुमारी, नीतू मिश्रा, मंजुली देवी, प्रमिला देवी, नसीमा खातून, कविता कुमारी, चंदन कुमार ने भी संबोधित किया.
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