पंचायत में छह कट्ठा जमीन की खोज शुरू
झंझारपुर . पंचायतों में अब बेटी की शादी के लिए मैरिज हाल, विवाह भवन का निर्माण कराया जाएगा. जिससे होटल भाड़े पर लेने की मजबूरी खत्म हो जाएगी. इस पर आने वाला खर्च भी बचेगा. राज्य के प्रत्येक पंचायत में कन्या विवाह भवन बनेगा. कैबिनेट में इस योजना के लिए 100 करोड़ राशि स्वीकृत होते ही प्रशासनिक गतिविधि तेज हो गई है. पंचायत में जमीन की खोज शुरू की गई है. 50 लाख की लागत से एक कन्या विवाह भवन का निर्माण होगा. मुख्यमंत्री कन्या विवाह मंडप योजना के अंतर्गत बिहार के 8053 ग्राम पंचायत में इसका निर्माण होगा. राशि उपलब्धता के अनुसार 5 से 7 चरणों में सभी पंचायत में विवाह भवन का निर्माण होना है. प्रथम चरण के लिए 100 करोड़ की राशि स्वीकृत की गई है. राशि स्वीकृति होते ही पंचायत में इसके लिए जमीन खोजी जाने लगी है. एक पंचायत भवन के लिए 6 कठ्ठा जमीन की उपलब्धता होनी है. मुख्यमंत्री द्वारा लिए गए संकल्प में यह निर्देशित है कि जहां पंचायत सरकार भवन के अगल-बगल में जमीन नहीं होगी, वहां ग्राम पंचायत वैकल्पिक जमीन को अनुशंसा करने के लिए स्वतंत्र होंगे. ग्राम पंचायत की अनुशंसा पर ही जिला पदाधिकारी जमीन पर भवन निर्माण की स्वीकृति देंगे. स्थानीय क्षेत्र अभियंत्रण संगठन एलएई ओ इसका एस्टीमेट बनाएंगे. इस विभाग के इंजीनियर की देखरेख में विवाह भवन का निर्माण होगा. जिसका निर्माण एजेंसी ग्राम पंचायत होगा. जीविका ग्राम संगठन पंचायत में विवाह भवन का रख रखाव करेंगे. साथ ही इसका संचालन भी करेंगे. जीविका संगठन ही यह तय करेंगे कि किस तिथि में यह भवन विवाह के लिए किसे दिया जाना है. एक तिथि में अधिक विवाह होने पर पहले बुक किए गए लोगों को यह मिलेगा. बीपीआरओ राजीव रंजन प्रसाद ने बताया कि प्रथम चरण में उपलब्ध जमीन वाले पंचायत में प्राथमिकता का आधार पर इसका निर्माण होगा.
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