मधुबनी. व्यवहार न्यायालय में वर्षों से चल रहे अभिलेखों का जल्द ही डिजिटलाइजेशन किया जाएगा. इसके लिए कवायद शुरू कर दी गयी है. इसके लिए न्यायालय परिसर स्थित पुरानी नजारत व राजस्व कार्यालय में स्कैनर मशीन व कंप्यूटर लगाया जा रहा है. जहां इस जगह पर डिजिटलाइजेशन के लिए विशेष रूप से तत्काल 25 स्कैनर मशीनें लगायी जाएगी. जिसमें पुराने अभिलेखों को स्कैन कर डिजिटल रूप में संरक्षित किया जाएगा. इससे अभिलेखों की सुरक्षा के साथ-साथ जल्द उपलब्ध हो सकेगी. वहीं, जिला न्यायालय कंप्यूटर कमिटी अध्यक्ष सह स्क्रीनिंग नोडल ऑफिसर डीएएसजे प्रथम सैयद मो. फजलुल बाड़ी ने डिजिटलाइजेशन के लिए लग रहे स्क्रीनिंग मशीन व कंप्यूटर का जायजा लिया. साथ ही लगा रही स्क्रिनिंग मशीन व कंप्यूटर कर्मी से जानकारी ली. डिजिटलाइजेशन से न्यायिक प्रक्रिया अधिक तेज और पारदर्शी बनेगी. न्यायालय प्रशासन का उद्देश्य है कि निकट भविष्य में मधुबनी व्यवहार न्यायालय को पूरी तरह पेपरलेस बना दिया जाए. इससे फाइलों के भंडारण और प्रबंधन में लगने वाले समय और संसाधनों की जहां बचत होगी. वहीं, वकीलों एवं पक्षकारों को भी डिजिटल माध्यम से आवश्यक दस्तावेजों की आसानी से उपलब्ध हो सकेगा. सभी कार्य स्क्रीनिंग नोडल ऑफिसर डीएएसजे प्रथम श्रीबाड़ी व इ कोर्ट नोडल आफिसर नरेश कुमार व सिस्टम ऑफिसर विमलेश कुमार की देखरेख में अभिलेख का डिजिटलाइजेशन किया जायेगा.
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