मधुबनी. सर गंगा नाथ झा वाचनालय परिसर में मंगलवार को गंगा नाथ झा स्मृति पर्व समारोह का आयोजन किया गया. अध्यक्षता कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डॉ. शशिनाथ झा ने की. मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. इंद्रनाथ झा व विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ. गंगानाथ झा एवं डॉ. अजीत मिश्र थे. महामहोपाध्याय डाॅ. सर गंगा नाथ झा के चित्र पर अतिथियों ने पुष्पांजलि अर्पित किया. आगत अतिथियों को पाग एवं चादर से स्वागत महामहोपाध्याय डाॅ. सर गंगा नाथ झा वाचनालय के सचिव वाशू नाथ झा ने किया. मंच संचालन अमल कुमार झा ने किया. उपस्थित विद्वानों ने महामहोपाध्याय डा. सर गंगा नाथ झा के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर अपने अपन विचार साझा किये. सभा अध्यक्ष डॉ. शशिनाथ झा ने महामहोपाध्याय डॉ. सर गंगानाथ झा द्वारा मातृभाषा मैथिली, देवभाषा संस्कृत एवं अंग्रेजी भाषा में किए गए सारस्वत अवदानों की विशद चर्चा की गयी. मुख्य अतिथि डॉ. इंद्रनाथ झा ने महामहोपाध्याय डा. सर गंगानाथ झा के साथ उनके संपूर्ण परिवार के सारस्वत अवदानों का चर्चा की. विशिष्ट अतिथि डॉ. गंगानाथ झा ने महामहोपाध्याय डा. सर गंगानाथ झा द्वारा भारतीय कानून निर्माण में किये गये अवदानों को उजागर किया. विशिष्ट अतिथि डॉ. अजीत मिश्र ने महामहोपाध्याय डाॅ. सर गंगानाथ झा को सार्वकालिक अनुकरणीय व्यक्तित्व कहा. उन्होंने महामहोपाध्याय डा. सर गंगानाथ झा वाचनालय प्रांगण में यथाशीघ्र महामहोपाध्याय डाॅ. सर गंगानाथ झा की प्रस्तर प्रतीमा के स्थापना के लिए उपस्थित विद्वान से सहयोग करने का आग्रह किया. डॉ. अजीत मिश्र नयी पिढी को डाॅ. झा एवं उनके परिवार से प्रेरणा प्राप्त कर उच्च अकादमीक शिक्षा प्राप्त कर अपने परिवार एवं समाज का नाम रोशन करने का आग्रह किया. उपस्थित सभी विद्वानों ने महामहोपाध्याय डाॅ. सर गंगानाथ झा के निवासी होने के कारण भारतवर्ष में अगाध श्रद्धा का पात्र माने जाने की बात दोहरायी. धन्यवाद ज्ञापन महामहोपाध्याय डा. सर गंगानाथ झा वाचनालय के सचिव वाशूनाथ झा ने किया.म
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

