झंझारपुर. डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, पूसा समस्तीपुर व कृषि विज्ञान केंद्र सुखेत के तत्वावधान में सूत्रकृमि जागरूकता दिवस कार्यक्रम आयोजित किया गया. पौधा रोग एवं सूत्रकृमि विज्ञान विभाग की ओर से पंचमनिया गांव में अनुसूचित जनजाति के किसानों के बीच लीची के पौधे व मक्का (शक्तिमान-5) के बीजों का वितरण किया. शक्तिमान-5 मक्का की किस्म का विकास डॉ राजेन्द्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा द्वारा किया गया है. यह कार्यक्रम अखिल भारतीय समन्वित शोध परियोजना (सूत्रकृमि), आईसीएआर नई दिल्ली के अंतर्गत जनजातीय उपयोजना कार्यक्रम के तहत आयोजित किया गया. कार्यक्रम के दौरान परियोजना की मुख्य अन्वेषक डॉ निशी केशरी, सह-प्राध्यापक (सूत्रकृमि), डॉ मनीष कुमार, सहायक प्राध्यापक (सूत्रकृमि) तथा डॉ नांग्कि तागी, सहायक प्राध्यापक (सूत्रकृमि) ने किसानों को सूत्रकृमियों से होने वाली पौधों की बीमारियों तथा उनके प्रबंधन एवं बचाव के उपायों की विस्तृत जानकारी दी. किसानों के बीच इस विषय पर हिंदी में मुद्रित जानकारी पुस्तिका का भी वितरण किया गया. आदिवासी हित कार्यक्रम में कुल 83 किसान लाभान्वित हुए. जिनमें लगभग 90 प्रतिशत महिलाएं थी. कार्यक्रम को सफल बनाने में पादप रोग एव सूत्रकृमि विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ एसके सिंह, तथा कृषि विज्ञान केंद्र, सुखेत, मधुबनी के वरीय वैज्ञानिक सह-प्रधान डॉ एसके गंगवार और पौध संरक्षण विशेषज्ञ डॉ राहुल सिंह राजपूत का विशेष सहयोग रहा. कार्यक्रम का मंच संचालन डॉ मनीष कुमार ने किया.
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