सकरी. बुनियाद केंद्र पंडौल में अंतरराष्ट्रीय दिव्यांगता दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन हुआ. इसका शुभारंभ जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण कोषांग के सहायक निदेशक आशीष प्रकाश अमन, जिला सामाजिक सुरक्षा कोषांग के सहायक निदेशक नितेश कुमार पाठक, डीएलएसए के सचिव संदीप चैतन्य, बुनियादी केंद्र के जिला प्रबंधक मनीषा कुमारी, सुशांत कुमार ने दीप जलाकर किया. संदीप चैतन्य ने कहा कि “दिव्यांगता किसी की कमजोरी नहीं, बल्कि समाज उसे अवसर दे तो वह असाधारण कार्य कर सकता है. जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण कोषांग के सहायक निदेशक आशीष प्रकाश अमन ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा दिव्यांगजनों के लिए चलाई जा रही योजनाओं का लाभ अब ग्रामीण क्षेत्रों तक तेजी से पहुंच रहा है. जिला सामाजिक सुरक्षा कोषांग के सहायक निदेशक नितेश कुमार पाठक ने भी दिव्यांगजनों को रोजगार, शिक्षा एवं कानूनी सहायता से जोड़ने के लिए प्रोत्साहित किया. कार्यक्रम के दौरान दिव्यांग विवाह योजना के लाभ के संबंध में जानकारी देते हुए कहा है कि एक दिव्यांग के विवाह के दौरान दो साल के अवधि तक आवेदन करने पर एक लाख रुपये की सरकार द्वारा सहायता राशि दी जा रही हैं. वहीं विवाह में पति-पत्नी दिव्यांग रहने पर सरकार द्वारा दो लाख रुपये की सहायता राशि दी जाती है. जबकि अंतरजातीय विवाह में पति-पत्नी को तीन लाख रुपये की सहायता राशि विभाग द्वारा दिया जा रहा है. यह सहायता राशि विवाह से दो वर्ष के अवधि में आवेदन कर लाभार्थी लाभ प्राप्त कर सकते हैं. इसके बाद दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण एवं स्वावलंबन की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए निम्नलिखित सहायक उपकरणों का वितरण किया गया. 12 मोटराइज्ड ट्राइसाइकिल, 5 सामान्य उपकरण (सामान्य ट्राईसाइकिल, बैसाखी, व्हीलचेयर, श्रवण यंत्र आदि) आदि दिये गये. लाभुकों में से कई ने अपनी भावुक कहानियां साझा कीं. कार्यक्रम में सदर अनुमंडल एवं आसपास के क्षेत्रों से बड़ी संख्या में दिव्यांगजन, उनके परिजन तथा स्थानीय जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे. कार्यक्रम में लेखापाल संजीव कुमार झा, वरीय भौतिक चिकित्सक राकेश कुमार, मुकेश चंद्र चौधरी, अभिनाश कुमार दास, राजेंद्र कुमार, अशोक पासवान, शुभम कुमार पनिकर, बीस सूत्री उपाध्यक्ष सह जदयू प्रखंड अध्यक्ष राधाकांत चौधरी उर्फ लड्डू चौधरी, आत्मा अध्यक्ष शिव कुमार दास, बीस सूत्री सदस्य नित्यानंद सिंह सहित दर्जनों दिव्यांगजन उपस्थित थे. धन्यवाद ज्ञापन मनीषा कुमारी ने किया. समारोह का सफल संचालन एवं व्यवस्था जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण कोषांग मधुबनी की टीम द्वारा की गई. इस आयोजन ने यह संदेश स्पष्ट किया कि ग्रामीण स्तर पर भी दिव्यांगजनों का सशक्तीकरण अब प्राथमिकता बन चुका है.
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