मधुबनी. पश्चिम बंगाल में हिंदू समुदाय पर हो रहे अत्याचार व बढ़ती हिंसा के विरोध में शनिवार को विश्व हिंदू परिषद के सदस्यों ने धरना दिया. इसके बाद जिलाधिकारी को राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन में बंगाल में तत्काल राष्ट्रपति शासन लागू कर राज्य की कानून-व्यवस्था सेना के हवाले करने की मांग की गयी. धरनास्थल पर हुई सभा को संबोधित कर भाजपा के प्रदेश स्तरीय नेता अमरनाथ प्रसाद ने कहा कि पश्चिम बंगाल में हालात चिंताजनक है. जिसपर तत्काल ध्यान देने की जरूरी है. वक्ताओं ने कहा कि वक्फ कानून के विरोध के नाम पर एक समुदाय के कट्टरपंथी तत्वों द्वारा मुर्शिदाबाद में सुनियोजित ढंग से हिंसा भड़काई गई. जिसमें सैकड़ों परिवारों के घर व दुकानें जल गयी. आमलोगों व महिलाओं के साथ अमानवीय व्यवहार किया गया. सभ को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने इस घटना की निंदा करते हुए कड़ी कार्रवाई करने की मांग की. धरना पर बैठे लोगों लोगों ने बंगाल में केंद्रीय सुरक्षा बलों के जरिए कानून व्यवस्था बहाल करने व भारत-बांग्लादेश सीमा पर तारबंदी की मांग की. धरना के बाद बंगाल के मुख्यमंत्री का पुतला दहन कर विरोध प्रकट किया गया. मौके पर विहिप जिलाध्यक्ष आदित्य सिंह, जिला मंत्री पंकज मेहता, जिला उपाध्यक्ष मुनिंद्र झा, बजरंग दल संयोजक तरुण राठौर, त्रिलोक झा, अमरनाथ प्रसाद, जन्मेजय सिंह, अजय प्रसाद, मिथिलेश झा सहित कई लोग उपस्थित थे.
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