मधुबनी. बीते पांच दिनों से शहर व गांव कड़ाके की ठंड व घने कोहरे की चपेट में है. पहाड़ी इलाके में भारी बर्फबारी जारी है. इसका सीधा असर मैदानी क्षेत्रों में महसूस किया जा रहा है. जिले में ”कोल्ड डे” की स्थिति बनी हुई है. जिससे सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. भारत मौसम विज्ञान विभाग ने घने कोहरे और कोल्ड-डे की स्थिति को देखते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. कोहरे के कारण नई दिल्ली जयनगर स्वतंत्रता सेनानी सुपर फास्ट एक्सप्रेस सोमवार को तय समय सुबह 6:30 से 10 घंटे विलंब होकर मंगलवार की सुबह 4:30 बजे पहुंची. इसके अलावे मुंबई जयनगर पवन एक्सप्रेस व अमृतसर जयनगर शहीद एक्सप्रेस तय समय से 3 घंटे विलंब से पहुंची. जिला में न्यूनतम तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है. मंगलवार को जिला का अधिकतम तापमान 14.6 डिग्री सेल्सियस रहा. जो सामान्य से 5 डिग्री सेल्सियस कम है. वहीं न्यूनतम तापमान 8.7 रहा. जो सामान्य से 1.1 डिग्री सेल्सियस कम दर्ज किया गया. साथ ही 5.7 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पछिया हवा भी जारी है. जिसके कारण विजिबिलिटी 10 मीटर से भी कम हो गयी है. घने कोहरे के कारण सड़क, रेल और हवाई यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है. कई ट्रेनें लेट चल रही हैं. स्वास्थ्य संबंधी चिंताएं ठंडी हवा, शुष्क हवा और कम धूप के कारण सर्दी, खांसी, फ्लू, गले में खराश और मांसपेशियों में दर्द जैसी स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ गई है. साथ ही हाइपोथर्मिया का खतरा भी बढ़ रहा है. भीषण ठंड के पीछे मुख्य कारण प्रशांत महासागर में चल रही लानीना की स्थिति है. लानीना के दौरान उत्तर से आने वाली तेज हवा हिमालय से ठंडी और शुष्क हवा को मैदानी इलाकों तक लाती है. इससे तापमान में भारी गिरावट आती है और घना कोहरा छा जाता है. इसके अतिरिक्त पश्चिमी विक्षोभ के कारण पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी हो रही है. इससे मैदानी इलाकों में ठिठुरन बढ़ रही है बचाव के उपाय कड़ाके की ठंड से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग ने एडवाइजरी जारी की है. लोगों को सलाह दी गई है कि वे गर्म कपड़े पहनें, अलाव या हीटर का उपयोग करें, और बहुत जरूरी न हो तो सुबह और रात के समय बाहर निकलने से बचें. मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों तक ठंड और घने कोहरे से तत्काल राहत मिलने की संभावना कम है. यह स्थिति दिसंबर के अंत तक या नए साल के शुरुआती दिनों तक बनी रह सकती है. बच्चों और बुजुर्गों को अच्छी तरह से गर्म कपड़े पहनाएं और शरीर को ढककर रखें. गुनगुना पानी पिलाएं और बाहर के खाने से बचें. हाथों की सफाई संक्रमण से बचाने के लिए हाथों को साबुन से धोते रहें.
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