मधुबनी. इंस्टिट्यूट ऑफ नर्सिंग एंड पैरामेडिकल साइंसेज की ओर से विश्व एड्स दिवस पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसका उद्देश्य एचआइवी एड्स के प्रति लोगों में जागरूकता फैलाना, भ्रांतियों को दूर करना तथा समाज में भेदभाव और कलंक को समाप्त करना था. इस वर्ष का वैश्विक थीम पर विशेष प्रकाश डाला गया. जिसमें एड्स प्रतिक्रिया को सशक्त बनाने, उपचार की उपलब्धता सुनिश्चित करने और समुदाय की सक्रिय भागीदारी पर जोर दिया गया. कार्यक्रम में स्वास्थ्य जागरूकता व्याख्यान, रिबन कैंपेन, पोस्टर प्रस्तुति, तथा एमएमसीएच के नर्सिंग के छात्रों ने जनजागरूकता रैली का आयोजन किया. वक्ताओं ने सुरक्षित जीवन शैली, नियमित जांच और एचआईवी संक्रमित व्यक्तियों के प्रति सम्मान एवं समर्थन की आवश्यकता पर बल दिया. कार्यक्रम के अंत में सभी ने भेदभाव मुक्त समाज बनाने तथा एड्स के प्रति जागरूकता फैलाने की शपथ ली. संस्थान ने भविष्य में भी ऐसे स्वास्थ्य संबंधी कार्यक्रमों को जारी रखने का संकल्प लिया. इस अवसर पर मधुबनी मेडिकल कॉलेज के प्रबंध निदेशक तौसीफ अहमद ने कहा कि एड्स बीमारी होने पर मरीज के साथ कोई भेद भाव करने से मरीज मानसिक रूप से कमजोर हो जाता है. नियमित इलाज से बीमारी में सुधार होने की पूर्ण संभावना रहता है. इस लिए बीमारी का पहचान हो जाए तो तुरंत इसका इलाज करवाना चाहिए.
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