मधवापुर : शारदीय नवरात्र के दौरान षष्ठी तिथि को होने वाला बेलन्योती अर्थात बेल पूजा सोमवार को प्रखंड क्षेत्र में गाजे बाजे व भक्तिभाव से संपन्न हो गया. पूजा स्थल से डोली पर निकली भगवती की सवारी में शामिल विद्वान पंडितों द्वारा श्रद्धापूर्वक भक्तिभाव से बेल पूजा की गयी.
नवरात्र के षष्ठी तिथि को बेल पूजा इसलिए की जाती है कि भगवती की आंखें श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ सप्तमी को इसी पूजे गये बेल की बलि देकर खोली जाती है. इस क्रम में संबंधित पूजा समिति द्वारा बैंड बाजे के साथ पूजा स्थल से बेल के पेड़ तक पंडितों को जाने के लिए विभिन्न वाहनों की व्यवस्था की जाती है. इसमें सैकड़ों श्रद्धालु डोली के साथ पैदल बेल पेड़ तक जाते हैं और पूजन के बाद आरती कर प्रसाद वितरण किया जाता है.
इसे ग्रहण कर धर्मावलंबी धन्य हो जाते हैं. रामपुर में पं देवेंद्र झा एवं विकाव झा द्वारा बेल पूजा की गयी. इस बेल पूजा यात्रा में अन्य लोगों के अलावे पं ज्ञानेश्वर मिश्र, पं सुशील मिश्र, पंचदेव सहित भारी संख्या में ग्रामीण महिला, पुरुष, युवक युवती, बच्चे, बूढ़े सभी श्रद्धालु शामिल होकर बेल को स्मरण का स्मरण किया और शांति व सौहार्दपूर्ण वातावरण में शारदीय नवरात्र संपन्न करने की आराधना मैया दुर्गा से की.
मौके पर मधवापुर, रामपुर, बिहारी, वासुकी, दुर्गापट्टी, सुजातपुर, साहर, विसनपुर, तरैया स्थित पूजा समिति के अधिकारी, सदस्य सहित ग्रामीण मौजूद थे. मधेशी आंदोलनकारी जब्त सामग्री को कर रहे नष्ट फोटो : 1परिचय: जब्त डीजल जमीन पर उड़ेलकर नष्ट करते मधेशी आंदोलनकारी. मधवापुर. क्रमिक आंदोलन चला सरकार का विरोध कर रहे मधेशी आंदोलनकारियों के एकडारा वेला की टीम द्वारा आर्थिक नाकेबंदी के दौरान रविवार की देर रात तस्करों से जब्त एक सौ लीटर डीजल सोमवार की सुबह कैंप के सामने जमीन पर उड़ेल कर नष्ट कर दिया.
तस्करी के जब्त सामान को जलाकर या अन्य तरह से नष्ट कर आंदोलनकारी पहाड़ियों को विभिन्न सामग्री पहुंचाने वाले धंधेबाजों को इस धंधे से बाज आने की चेतावनी देते हैं. बताते चलें कि अब मधेश के हर गांव की बारी -बारी से आर्थिक नाकेबंदी कैंप में ड्यूटी दी जाती है. जहां, आवंटित गांव की धार्मिक टीम में शामिल लोग दिन रात रामधुन करते हैं तो दूसरी टीम सीमावर्ती क्षेत्रों में आर्थिक नाकेबंदी कैंप पर ड्यूटी कर व्यावसायिक रूप से तस्करी कर पहाड़ियों को उपभोक्ता वस्तु पहुंचाने वाले तस्करों का सामान जब्त करती है.
जब्त सामग्री को सार्वजनिक रूप से आग के हवाले कर या अन्य तरह से नष्ट कर रविवार को गांव के ई संजीव पाठक के नेतृत्व में एकडारा वेला की टीम कैंप में ड्यूटी कर रही थी. इसमें अन्य लोगों के अलावे मोर्चा के अरुण मिश्र, सुरेश यादव, सुनील यादव, अब्दुल अंसारी, श्रीचन मुखिया, गणेश चौधरी, बजरंगी साह, जयशंकर साह, उपेंद्र चौधरी सहित दर्जनों कार्यकर्ता शामिल थे. आंदोलनकारियों के इस रुख से तस्करों में हड़कंप मचा हुआ है.

