मधुबनीः बीआरसी केंद्र भवन परिसर में इनरिचमेंट कोर्स के एकेडमिक काउंसेलरों की कार्यशाला आयोजित की गयी. इस अवसर पर सर्व शिक्षा अभियान के एपीओ राम देव महतो ने कहा कि शिक्षक प्रशिक्षुओं की संख्या को देखते हुए जिले में 20 अध्ययन केंद्र निर्धारित की गयी है. खजौली छोड़ कर सभी प्रखंडों में केंद्र निर्धारित किया गया है. श्री महतो ने कहा कि 2008-10 में इग्नू से उत्तीर्ण शिक्षकों के लिये आयोजित किया गया है.
लगभग 3700 वैसे शिक्षकों को इनरिचमेंट कोर्स का लाभ मिलेगा. जो इग्नू से उत्तीर्ण है. इन शिक्षकों को छह महीने का संबर्धन होगा. शिक्षकों में गुणवत्ता बढ़ाने के लिये इनरिचमेंट कोर्स लागू की गयी है. मास्टर ट्रेनरों द्वारा प्रशिक्षण दिया गया. एपीओ ने कहा कि इनरिचमेंट कोर्स के लिये चार मॉड्यूल दिये गये हैं. इस मौके पर श्री महतो ने कहा कि छात्र छात्रओं के जीवन में गुणवत्ता शिक्षा प्रदान करने में शिक्षकों की अहम भूमिका है. इधर दूसरी ओर एपीओ ने यह भी बताया कि जिले में 29 निजी विद्यालयों को प्रस्वीकृति मिली है. जिन निजी विद्यालयों को सरकार के द्वारा प्रस्वीकृति मिली है उनमें रिजनल सेकेंड्री स्कूल, इंडियन पब्लिक स्कूल भी शामिल है. रहिका प्रखंड में 14, खजाैली में 2, राजनगर में 2, झंझारपुर में 2, बाबूबरही में 2, और घोघरडीहा में 2 निजी स्कूलों को प्रस्वीकृति मिली है. लौकही, कलुआही, हरलाखी, बेनीपट्टी, लखनौर के एक एक स्कूल को प्रस्वीकृति दी गई है.
लदनियां मे 3 निजी स्कूलों को प्रस्वीकृति दी गई है. शिक्षा के अधिकार अधिनियम के अंतर्गत इन निजी विद्यालयों को सरकारी प्रस्वीकृति प्रदान की गई है. बीआरसी भवन में 14 सितंबर को इनरिचमेंट कोर्स के केंद्र समन्वयकों का उन्मुखीकरण होगा.