मधुबनी : सिविल सर्जन डॉ किशोर चन्द्र चौधरी ने कार्यालय कक्ष में नोवल कोरोना वायरस को लेकर प्रेस वार्ता की. इस अवसर पर सिविल सर्जन ने कहा कि नेपाल की ओर से बिहार आने वाले वैसे व्यक्ति जो हाल ही में 14 दिन के भीतर चीन से आए हो या नोवल कोरोना वायरस से संक्रमित […]
मधुबनी : सिविल सर्जन डॉ किशोर चन्द्र चौधरी ने कार्यालय कक्ष में नोवल कोरोना वायरस को लेकर प्रेस वार्ता की. इस अवसर पर सिविल सर्जन ने कहा कि नेपाल की ओर से बिहार आने वाले वैसे व्यक्ति जो हाल ही में 14 दिन के भीतर चीन से आए हो या नोवल कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति के साथ उनका संभावित संपर्क हुआ हो, वैसे व्यक्तियों को चिन्हित कर स्क्रीनिंग की जा रही है. उन्होंने बताया कि चीन के वुआन शहर में नोवल कोराना वायरस से सबसे अधिक लोग प्रभावित हैं.
1 जनवरी 2020 के बाद चीन तथा हांगकांग से आए लोगों की स्क्रीनिंग की जाएगी. जिले के 7 प्रखंड जो बॉर्डर से सटे हैं, वहां के 13 एंट्री प्वाइंट पर डॉक्टर की टीम उपलब्ध है, जो चीन से आने वाले लोगों की जांच कर रहे हैं. इसके लिए मेडिकल टीम का गठन कर दिया गया है. उन्होंने कहा, चीन तथा हांगकांग से आने वाले जो कोरोना वायरस से प्रभावित होंगे उनका पैथोलॉजिकल सैंपल लेकर डीएमसीएच भेजा जाएगा, वहां से पुना जांच के लिए भेजा जाएगा. उन्होंने बताया कि जिला अस्पताल में किसी भी आकस्मिक स्थिति के लिए 10 आइसोलेशन बेड की व्यवस्था की गई है.
क्या है कोरोना वायरस के लक्षण : सिविल सर्जन ने कहा कि संबंधित व्यक्ति को बुखार, खांसी तथा सांस लेने में तकलीफ होती है, वैसे लोगों को निमोनिया की दवा तथा ऑक्सीजन दिया जाएगा.
जनप्रतिनिधियों से अपील . उन्होंने सीमा से सटे क्षेत्रों के प्रतिनिधियों से अपील किया है कि पिछले 14 दिन के अंदर कोई व्यक्ति चीन से आए हो तो इसकी सूचना प्रखंड चिकित्सा प्रभारी, एसीएमओ डॉ सुनील कुमार या सिविल सर्जन को दें साथ ही इसके लिए 104 न. पर भी सूचित कर जानकारी दे सकते हैं
74 लोगों की हुई स्वास्थ्य जांच : नेपाल के बॉर्डर से सटे सभी ट्रांजिट प्वाइंट पर मेडिकल टीम का गठन किया गया है जिनके द्वारा यात्री का स्वास्थ्य जांच किया जा रहा है जिसमें 30 जनवरी 2020 तक एक भी संभावित व्यक्ति नहीं पाया गया.
बॉर्डर से सटे 31 पंचायतों में आम सभा. बॉर्डर से सटे 7 प्रखंड के 31 पंचायत में आम सभा आयोजित कर लोगो को जागरूक किया जा रहा है. ग्राम सभा में प्रभारी चिकित्सा प्रभारी को रहने का निर्देश दिया गया है. इसके लिए सीमा सुरक्षा बल को भी स्वास्थ विभाग की ओर से ट्रेनिंग दी जा रही है आशा एवं एएनएम के माध्यम से प्रचार प्रसार किया जा रहा है.सी एस ने सदर अस्पताल के चिकित्सक के साथ बैठक कर आवश्यक दिशा निर्देश दिया. साथ हर परिस्थिति से निपटने के लिए सतर्क रहने का निर्देश दिया. इस अवसर पर ए सी एम ओ डा. सुनिल कुमार, डा.डी एस मिग्रा, डा. मुकेश कुमार, डा. कुणाल कौशल, आई डी एस पी के ईपिडिमियोलाजिस्ट अनिल चक्रवर्ती, प्रीतम कुमार शामिल रहे.