पटना : बिहार के मधुबनी जिले में हुए नैंसी हत्याकांड में एक नया मोड़ आ गया है. बिहार पुलिस की विशेष जांच टीम को इस हत्याकांड में कुछ चौंकाने वाले तथ्य मिले हैं. पुलिस उसी दिशा में काम कर रही है. दूसरी ओर, इस हत्याकांड को लेकर राजनीति शुरू हो गयी है, बिहार बीजेपी नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने हत्याकांड की सीबीआई जांच की मांग की है. उन्होंने कहा है कि इस हत्याकांड की सीबीआइ जांच होनी चाहिए. अब तक इस हत्याकांड में जिस प्रकार की कार्रवाई व पुलिस की लापरवाही सामने आयी है, वह एसआइटी जांच के भी पारदर्शिता पर सवाल खड़ा कर रही है. मोदी रविवार को नैंसी के पिता व परिजन से मिले. लोगों से बातचीत के बाद उन्होंने पुलिस की जांच पर सवाल उठाया. कहा, इस कांड में शुरुआत से ही पुलिस की जांच सवालों में घिरी है. उन्होंने अब तक सरकार के किसी भी मंत्री के द्वारा शोकाकुल परिजन से आकर नहीं मिलना सरकार की मंशा को भी उजागर कर दिया है.
12 साल की बच्ची की हत्या का मामला
इससे पूर्व मधुबनी की रहने वाली नैंसी झा का शव नदी में 27 मई को मिला था. हत्याकांड के बाद से सोशल मीडिया पर नैंसी झा को इंसाफ दिलाने के लिए कैंपेन भी चल रहा है. हाल में लोक गायिका शारदा सिन्हा ने फेसबुक के माध्यम से अपील कर लोगों से नैंसी के हत्यारों को सजा दिलाने और इंसाफ की मांग की थी. पुलिस सूत्रों की मानें तो विशेष जांच टीम को नैंसी हत्याकांड मामले में उसके रिश्ते के भाई राघवेंद्र पर शक गहराया है. बताया जा रहा है कि राघवेंद्र ही एक ऐसा शख्स था, जो शादी की रस्म और खान-पान में शामिल नहीं हुआ था. यह भी कहा जा रहा है कि राघवेंद्र ने नैंसी को आखिरी बार आम के पेड़ पर देखा था और उसी ने लालू झा और पवन झा को इस केस के साथ जोड़ा था. उसने पुलिस को लालू और पवन के नैंसी के साथ देखने की बात बताई थी.
पुलिस कर रही है हर पहलू की जांच
वहीं पुलिस स्थानीय लोगों के उस फुसफुसाहट की ओर भी अपना ध्यान दे रही है, जिसमें यह चर्चा है कि इस हत्याकांड में घर का भेदी शामिल है. इस हत्याकांड के बाद से राघवेंद्र गांव छोड़कर कही चला गया है. मधुबनी के एसपी पहले ही बता चुके हैं कि नैंसी का अपहरण नहीं, बल्कि उसकी हत्या हुई है, क्योंकि डॉग स्क्वॉड ने भी उसी घर को चिह्नित किया जहां नैंसी आखिरी बार देखी गयी. मीडिया में चल रही खबरों के मुताबिक राघवेंद्र पूरी तरह शक के दायरे में है. मधुबनी के एसपी दीपक बर्नवाल ने मीडिया को बताया कि नैंसी के अपहरण के मामले में जैसा पिता ने एफआइआर दर्ज कराया, वैसा अपहरण नामुमकिन है.
मामले की जांच जारी
नैंसी के पिता ने पुलिस को यह बयान दिया था कि एक व्यक्ति ने बाइक से नैंसी का अपहण कर लिया, जिसके पीछे लालू झा जा रहे थे. फिलहाल नैंसी हत्याकांड में सस्पेंस बना हुई है. बताया जा रहा है कि कोई कैसे दिन-दहाड़े बाइक से 12 साल की बच्ची को उठा सकता है. सवाल यह भी है कि पुलिस जिन बिंदुओं पर जांच कर रही है, क्या वह सही दिशा में जा रहा है या फिर इस मामले में सीबीआई की दखलअंदाजी जरूरी है ? मामले में कौन झूठ बोल रहा है, क्यों बोल रहा है और वास्तविक स्थिति क्या है, यह जांच के बाद ही पता चलेगा.
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