सिंहेश्वर. सावन शुरू होते ही बाबा सिंहेश्वरनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने लगी है, लेकिन सिंहेश्वर बाजार की मुख्य सड़क पर चलना मुश्किल हो गया है. करीब पांच सौ मीटर के दायरे में कई गड्ढा हो गया है. जगह- जगह गंदा पानी बह रहा है. टूटी सड़क से हर दिन कांवरिया और डाक बम गुजरेंगे. इससे एनएच 106 पर पीएचईडी व एनएच विभाग की लापरवाही दिख रही है. कई जगह पाइप फट गयं हैं. नल- जल योजना की पाइप सड़क के बीचोंबीच बिछा दी गयी थी. अब जब सड़क और नाला निर्माण शुरू हुआ तो पाइप टूट गयी. नल- जल योजना का पानी बहकर मुख्य मार्ग पर फैल गया है. इससे बाजार की हालत नारकीय हो गयी है. बाइक और साइकिल से चलना मुश्किल हो गया है. पानी के छींटे उड़ने से राहगीर और दुकानदार परेशान हैं. स्थानीय लोगों ने बताया कि सड़क पर जमा पानी उनके घरों तक पहुंच रहा है. बाबा मंदिर में हर दिन हजारों श्रद्धालु आते हैं. उन्हें इसी गंदे पानी से होकर गुजरना पड़ रहा है. नेपाल और राज्य के अन्य जिलों से आने वाले भक्तों को भी परेशानी हो रही है. पिछले दो साल से एनएच के नाला का निर्माण कार्य चल रहा है. बाजार के बीच सड़क अधूरी है. निर्माण के दौरान जलापूर्ति योजना की पाइप टूट गयी है. एनएच 106 की यह सड़क कोसी क्षेत्र के लिए अहम है. सिंहेश्वर से दिल्ली, यूपी, पंजाब, पटना, पूर्णिया, दरभंगा, भागलपुर, किशनगंज सहित देशभर के लिए गाड़ियां चलती हैं. दरभंगा एयरपोर्ट सहित पड़ोसी देश नेपाल सहित अन्य जगह जाने का यह सबसे सुगम रास्ता है. हर दिन कोई न कोई गड्ढे में गिरकर घायल हो रहा है. स्थानीय व्यापारी, श्रद्धालु और आम लोग सरकार से नाराज हैं. जिम्मेदार अधिकारी अब तक चुप हैं. सिंहेश्वर मुख्य बाजार में एनएच 106 पर कई जगह पीएचईडी विभाग का पाइप फटने से सड़क के बीचोंबीच पानी बह रहा है. इससे सड़क जगह- जगह टूट गयी है. सावन में इसी रास्ते से कांवरियां और डाक बमों का जत्था गुजरेगा. लोगों का कहना है कि अब बाबा भोलेनाथ ही भक्तों को पार लगायेंगे. टूटी सड़क पर यात्री हिचकोले खाने को मजबूर हैं. एनएच की स्थिति बदतर बनी हुई है. इधर, एनएच 106 मधेपुरा के कार्यपालक अभियंता सत्येंद्र पाठक ने बताया कि निर्माण कंपनी को आदेश दिया गया है. उसे क्षतिग्रस्त पाइप ढूंढ़कर निकालना है और सड़क को दुरुस्त करना है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

