मधेपुरा. शहर के समाजसेवियों, साहित्यकारों, जनप्रतिनिधियों व शिक्षाविदों ने बुधवार को शहीद सदानंद का शहादत दिवस मनाया. शहीद सदानंद के शहादत स्थल पर जेपी सेनानी व पूर्व एमएलसी विजय कुमार वर्मा, समाजसेवी-साहित्यकार व 1974 के छात्र आंदोलन में सक्रिय डाॅ भूपेंद्र नारायण यादव मधेपुरी, जेपी सेनानी इंद्र नारायण यादव प्रधान, नगर परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष रामकृष्ण यादव, प्रो अरुण कुमार, जय किशोर यादव, डाॅ विजेंद्र कुमार, पूर्व मुखिया जयकांत यादव, पूर्व मुखिया अरविंद कुमार, मुन्ना, गोपाल, डाॅ अमरेश कुमार, संदीप कुमार, भोला यादव, रंजय कुमार, महेंद्र पटेल, प्रमोद प्रभाकर, राजेंद्र प्रसाद यादव, अमरेंद्र कुमार, देव प्रकाश, तेज नारायण यादव आदि ने श्रद्धांजलि दी. पूर्व एमएलसी विजय कुमार वर्मा ने कहा कि ऐतिहासिक 19 मार्च 1974 के छात्र आंदोलन के बाद शहीद सदानंद के शहादत स्थल पर देश के शीर्षस्थ नेताओं का आगमन हुआ. उन्होंने मांग किया कि शहीद सदानंद को राजकीय दर्जा मिले. डाॅ भूपेंद्र नारायण यादव मधेपुरी ने शहीद सदानंद के 52वें शहादत दिवस पर कहा कि पराधीन भारत में अल्पायु में ही जिस तरह खुदीराम बोस व शहीद चुल्हाय यादव शहीद हुए थे, उसी तरह स्वाधीन भारत में 1974 के 19 मार्च को अल्पायु में ही छात्र आंदोलन में टीपी कॉलेजिएट उच्च विद्यालय मधेपुरा के नौवीं कक्षा के छात्र सदानंद शहीद हुए थे. उन्होंने कहा कि 1974 के 18 मार्च को पटना में छात्रों ने महंगाई व भ्रष्टाचार के विरुद्ध आंदोलन किया था, जिसमें तत्कालीन राज्यपाल बीआर भंडारे को विधानसभा जाने के क्रम में रोकने पर कुछ छात्र पुलिस की गोली के शिकार हुए थे. प्रतिक्रिया स्वरूप मार्च 19 को मधेपुरा में हुए छात्र आंदोलन में पुलिस की गोली से छात्र सदानंद शहीद हुये. तब से प्रतिवर्ष शहीद सदानंद को श्रद्धांजलि दी जाती रही है.
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