मधेपुरा. राष्ट्रीय खेल दिवस पर शुक्रवार को घैलाढ़ क्षेत्र स्थित एक निजी स्कूल के खेल प्रांगण में हॉकी एसोसिएशन ऑफ मधेपुरा द्वारा कार्यक्रम का आयोजन किया गया. मौके पर मेजर ध्यानचंद को श्रद्धांजलि दी गयी. कार्यक्रम की शुरुआत सुबह ध्वजारोहण व खेल दिवस के अवसर पर मेजर ध्यानचंद की तस्वीर पर माल्यार्पण से की गयी. मौके पर हॉकी एसोसिएशन ऑफ मधेपुरा के सचिव रामपुकार कुमार ने कहा कि खेल सिर्फ मनोरंजन का साधन नहीं बल्कि जीवन जीने का एक अनुशासित तरीका है. उन्होंने कहा कि मेजर ध्यानचंद ने अपने खेल कौशल से भारत को न केवल विश्व पटल पर गौरवान्वित किया बल्कि ओलंपिक जैसे बड़े मंच पर तीन स्वर्ण पदक जीतकर देश का मान बढ़ाया. ऐसे महान खिलाड़ियों की जीवनी से युवाओं को सीख लेनी चाहिए. प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी रमेश चंद्र रमन ने बच्चों व खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए खेल के महत्व पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि शिक्षा और खेल का गहरा संबंध है. पढ़ाई के साथ-साथ यदि विद्यार्थी खेलों में सक्रिय रहते हैं तो उनका सर्वांगीण विकास संभव होता है. उन्होंने खिलाड़ियों को अनुशासन, समय पालन और टीमवर्क जैसे मूल्यों की जानकारी दी.
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