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शिक्षा प्रणाली को अधिक समावेशी व लचीला बनाना नई शिक्षा नीति का उद्देश्य: डॉ बृजेश

शिक्षा प्रणाली को अधिक समावेशी व लचीला बनाना नई शिक्षा नीति का उद्देश्य: डॉ बृजेश

मधेपुरा. मधेपुरा विमेंस कॉलेज में बुधवार को नई शिक्षा नीति 2020 पर सेमिनार का आयोजन किया गया. मौके पर विषय विशेषज्ञ के रूप में मधेपुरा महाविद्यालय मधेपुरा के जंतु विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष सह नोडल पदाधिकारी डॉ बृजेश कुमार मंडल ने छात्राओं को नई शिक्षा नीति की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि नई शिक्षा नीति 2020 का मुख्य उद्देश्य शिक्षा प्रणाली को अधिक समावेशी, लचीला व व्यावहारिक बनाना है. 10 2 प्रणाली की जगह की गयी है 5 3 3 4 प्रणाली लागू डॉ बृजेश कुमार मंडल ने कहा इस नीति के तहत अब 10 2 प्रणाली की जगह 5 3 3 4 प्रणाली लागू की गयी है. इसके अंतर्गत पहली पांच वर्ष की शिक्षा फाउंडेशन स्टेज के रूप में होगी, जिसमें तीन साल की प्री-प्राइमरी और कक्षा एक और कक्षा दो शामिल होंगी. इसके बाद तीन साल की प्रारंभिक शिक्षा यानि कक्षा तीन से कक्षा पांच, तीन साल की माध्यमिक शिक्षा यानि कक्षा छह से कक्षा आठ और फिर चार साल की माध्यमिक शिक्षा यानि कक्षा नौ से कक्षा 12 तक होगी. व्यावसायिक शिक्षा पर दिया गया है विशेष जोर डॉ बृजेश ने बताया कि नई नीति के तहत विषयों का चुनाव अब अधिक लचीला होगा. छात्र अब अपनी रुचि के अनुसार विज्ञान, कला व वाणिज्य में से किसी भी विषय को चुन सकते हैं. इसके अलावा, व्यावसायिक शिक्षा पर भी विशेष जोर दिया गया है, ताकि छात्र पढ़ाई के साथ-साथ व्यावसायिक कौशल भी विकसित कर सके. उच्च शिक्षा में भी किये गये हैं बड़े बदलाव उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा में भी बड़े बदलाव किये गये हैं. अब चार साल का स्नातक कार्यक्रम होगा, जिसमें तीन साल बाद छात्र चाहें तो डिग्री लेकर बाहर जा सकते हैं या चौथे साल में रिसर्च कर सकते हैं. मल्टीपल एंट्री व एग्जिट सिस्टम से छात्रों को अपनी पढ़ाई बीच में छोड़ने पर भी क्रेडिट ट्रांसफर का लाभ मिलेगा. भारत को वैश्विक स्तर पर ज्ञान का केंद्र बनाना नई शिक्षा नीति का उद्देश्य छात्र-छात्राओं ने नई शिक्षा नीति से संबंधित कई सवाल पूछे, जिनका डॉ बृजेश कुमार मंडल ने जवाब दिया. उन्होंने कहा कि इस नीति का उद्देश्य भारत को वैश्विक स्तर पर ज्ञान का केंद्र बनाना है और छात्रों को 21वीं सदी की जरूरतों के अनुरूप तैयार करना है. महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ जूली ज्योति ने महाविद्यालय परिवार की ओर से विषय विशेषज्ञ डॉ बृजेश कुमार मंडल को शाल, पाग, डायरी व बैग से सम्मानित किया. साथ ही सेमिनार के सफल आयोजन के लिए सभी को बधाई दी और कहा कि ऐसे कार्यक्रम छात्रों को नई शिक्षा प्रणाली को बेहतर ढंग से समझने में मदद करती है. नारी सशक्तिकरण व स्वास्थ्य, शिक्षा विषय पर सेमिनार आज सेमिनार के अंत में महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ जूली ज्योति ने धन्यवाद देते हुए कहा कि गुरुवार को पहली पाली में आयोजित होने वाले सेमिनार का विषय नारी सशक्तिकरण व स्वास्थ्य, शिक्षा तथा दूसरी पाली में आयोजित होने वाले सेमिनार का विषय फाइनेंशियल लिटरेसी है. मौके पर महाविद्यालय के सचिव भावानंद मिश्रा, सहायक प्राध्यापक नीलू कुमारी, सहायक प्राध्यापक लक्ष्मण कुमार, सहायक प्राध्यापक माधव कुमार, सहायक प्राध्यापक काजल कुमारी, सहायक प्राध्यापक जयश्री, सहायक प्राध्यापक मुकेश कुमार, सहायक प्राध्यापक अमरेश कुमार अमर, सहायक प्राध्यापक प्रभात कुमार, सहायक प्राध्यापक मनीष कुमार आदि उपस्थित थे.

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