मधेपुरा.
जिला शिक्षा व प्रशिक्षण संस्थान में जिला सशक्तिकरण कार्यक्रम के तहत दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन 15 व 16 जुलाई को एससीईआरटी के निर्देश पर किया. कार्यक्रम का उद्घाटन संस्थान के प्राचार्य निशांत गुंजन, व्याख्याता सह दीक्षा समन्वयक रजनीगंधा, हैप्पी होराइजन के प्रतिनिधि सोनू कुमार आदि ने किया. इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य माइक्रो इम्प्रूवमेंट प्रोजेक्ट के अंतर्गत शिक्षकों को संख्या ज्ञान, गणना कौशल, व्यवहारिक गणना विधियों व गतिविधि आधारित शिक्षण तकनीकों से परिचित कराना था. इस दो दिवसीय कार्यशाला में पांच मास्टर ट्रेनरों को डायट के व्याख्याताओं की निगरानी में एमआइपी तैयार करवाया जा रहा है. प्राचार्य निशांत गुंजन ने स्थानीय आवश्यकताओं के अनुरूप पाठ्यवस्तु में बदलाव, लक्षित गतिविधियों की योजना और स्थानीय परिवेश की महत्ता पर बल देते हुए कहा कि कार्यशाला में निर्मित विषयवस्तु सभी शिक्षकों के लिए ग्राह्य व उपयोगी होनी चाहिये. व्याख्याता रजनीगंधा ने स्पष्ट किया कि डायट मधेपुरा इस बात के लिए कटिबद्ध है कि जिले के सभी शिक्षकों तक एमआइपी के माध्यम से गुणवत्तापूर्ण शिक्षण पहुंच सके. यह कार्यशाला शिक्षक क्षमता निर्माण व शैक्षिक गुणवता में सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास सिद्ध हुई. इस दो दिवसीय कार्यशाला में भाग लेने वाले मधेपुरा जिला प्रखंड के विद्यालयों से भालचंद्र मंडल, जटाशंकर कुमार, कंचन कुमारी, जय कुमार ज्वाला, विशाल राज आदि उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

