मधेपुरा . समाहरणालय स्थित झल्लू बाबू सभागार में डीडीसी की अध्यक्षता में बुधवार को एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें सुपोषित ग्राम पंचायत कार्यक्रम के अंतर्गत सूचकांकों पर चर्चा की गयी. पोषण अभियान जन आंदोलन के तहत ग्राम पंचायतों में पोषण व्यवस्था को सुदृढ़ करने व हर घर पोषण पहुंचाने की रणनीतियों पर जोर दिया गया. कार्यशाला में प्रमुख प्रदर्शन सूचकांकाें के आधार पर लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए अपनायी जाने वाली रणनीतियों पर भी विचार-विमर्श किया गया. देशभर में एक हजार पंचायतों का हुआ चयन सुपोषित ग्राम पंचायत के अंतर्गत देशभर से एक हजार पंचायतों के चयन के उद्देश्य पर विस्तृत हुई, ताकि इस कार्यक्रम के माध्यम से प्रत्येक पंचायत में सुपोषित ग्राम पंचायत के मानकों की प्राप्ति सुनिश्चित की जा सके. समाज कल्याण, स्वास्थ्य, पंचायती राज व लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभागों की भूमिकाओं व उनके कार्यान्वयन रणनीतियों पर भी चर्चा हुई. ग्राम सुपोषित के सूचकांकों की साप्ताहिक समीक्षा करने का प्रस्ताव भी पारित किया गया, जिससे सुधारात्मक दिशा में तेजी लायी जा सके. कार्यक्रम में सीडीपीओ ने जनप्रतिनिधियों से उनके पंचायत के अनुभव साझा करने का आग्रह किया. जनप्रतिनिधियों ने अपने पंचायत की समस्याओं और उन्हें समाप्त करने के संभावित उपायों पर चर्चा की. कार्यक्रम में सीडीपीओ बिनीता कुमारी, एनएनएम चंद्रकला कुमारी, अंशु कुमारी सहित पिरामल फाउंडेशन के चंदन कुमार, रोहित राय, चयनित पंचायत व चयनित प्रखंड के बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, मुखिया, वार्ड सदस्य, महिला पर्यवेक्षक, प्रखंड स्वास्थ्य पदाधिकारी, प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक आदि मौजूद थे.
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