मधेपुरा. अंचल कार्यालय में मंगलवार को भूमिहीनों ने एनएसयूआइ के प्रदेश उपाध्यक्ष निशांत यादव के नेतृत्व में अंचलाधिकारी को बासगीत पर्चा के लिए आवेदन सौंपा. प्रदेश उपाध्यक्ष ने कहा कि आज सरकार व अधिकारी विकास कार्य करने के दावे कर रहे हैं, वहीं जमीनी हकीकत यह है कि जिले में हजारों की संख्या में भूमिहीन परिवार नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं. उन्होंने कहा कि सड़क किनारे, नालों और नहरों पर झुग्गी-झोपड़ी बनाकर तिरपाल टांग कर रहने को मजबूर हैं. सरकार समय-समय पर भूमिहीनों के लिए बासगीत पर्चा और आवास देने की घोषणा करते हैं, लेकिन वह भी केवल कागज तक ही सीमित रह जाता है. वहीं धीरेंद्र राम ने कहा कि हमलोग 2000 ई से आवेदन लेकर कार्यालयों का चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन हमारे आवेदन पर अब तक कोई पहल नहीं हो रही है. मौके पर मानेश्वर ऋषिदेव, प्रमोद कुमार, गंगा सादा, मंगली देवी, समतोला देवी, विनोद सादा, रीना देवी, मीना देवी, कना देवी, अनिल सादा, मंगली सादा, रनों देवी, मुन्नी देवी, विरजा देवी, सरिता कुमारी, नेहा कुमारी, शिकन सदा, मनीष सदा, ऋण देवी, आशा देवी, ननकी देवी, सुमन देवी, गुड़िया देवी, श्रवण सादा, रंभा देवी, कड़ी देवी, पूजा देवी, संतोष पासवान आदि मौजूद थे.
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