नगर परिषद के अलाव की व्यवस्था नाकाफी, बाजारों पर पड़ा असर
मधेपुरा.
जिले में रविवार को भी ठंड का प्रकोप देखने को मिला. कड़ाके की ठंड एवं बर्फीली हवाओं ने आम जनजीवन को पूरी तरह प्रभावित कर दिया है. मौसम विभाग के अनुसार रविवार को जिले का अधिकतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 11 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया. दिन भर धूप नहीं निकलने से ठंड का असर और अधिक बढ़ गया, जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा.धूप नहीं निकलने से बढ़ी ठिठुरन
सुबह से ही आसमान में घने बादल छाये रहे. ठंडी पछुआ हवा चलने से ठिठुरन पूरे दिन बनी रही. लोग अलसुबह घरों से निकलने से परहेज करते दिखे. सड़कें सुनसान नजर आयी. सिर्फ जरूरी काम से निकलने वाले लोग ही बाहर दिखाई दिए. ठंड की वजह से लोग सिर, कान और चेहरे को पूरी तरह ढककर बाहर निकले.
सार्वजनिक स्थानों पर अलाव की समुचित व्यवस्था नहीं, लोगों में दिखी नाराजगी
कड़ाके की ठंड के बावजूद नगर परिषद की ओर से सार्वजनिक स्थानों पर अलाव की समुचित व्यवस्था नहीं किये जाने से लोगों में नाराजगी देखी गयी. चौक-चौराहों, बस स्टैंड और प्रमुख बाजारों में अलाव नहीं जलने से गरीब, असहाय और राहगीरों को सबसे ज्यादा दिक्कत हो रही है. मजबूरी में लोग अपने संसाधनों से लकड़ी, कचरा और पुराने टायर जलाकर अलाव की व्यवस्था करते नजर आए. कई जगहों पर लोग समूह में खड़े होकर हाथ सेकते दिखे. हालांकि नगर परिषद की कार्यपालक पदाधिकारी तान्या कुमारी ने बताया कि 10 दिनों से शहर में अलाव की व्यवस्था की गयी है. इसके अलावा वार्ड पार्षद के स्तर से भी व्यवस्था की जा रही है.तेज हवा ने बढ़ायी परेशानी
दिन भर तेज रफ्तार से चली ठंडी हवा ने लोगों की मुश्किलें और बढ़ा दी. बाइक और साइकिल सवारों को सबसे अधिक दिक्कत का सामना करना पड़ा. ठंडी हवा सीधे शरीर में चुभती महसूस हो रही है. कई लोगों को सर्दी, खांसी और बदन दर्द की शिकायत बढ़ गयी है.बाजारों में सन्नाटा, कारोबार प्रभावित
ठंड का असर बाजारों पर भी साफ दिखाई दिया. आम दिनों में गुलजार रहने वाले बाजारों में रविवार को सन्नाटा पसरा रहा. दुकानदारों का कहना है कि ठंड के कारण ग्राहक कम निकल रहे हैं, जिससे बिक्री प्रभावित हो रही है. खासकर सब्जी, फल और छोटे दुकानदारों को नुकसान उठाना पड़ रहा है. शाम होते ही बाजार और जल्दी बंद हो गये.
डॉक्टरों की सलाह, बुजुर्ग और बच्चे घरों में रहें
स्थानीय चिकित्सकों ने ठंड को देखते हुए खास एहतियात बरतने की सलाह दी है. डॉक्टरों का कहना है कि इस मौसम में बुजुर्गों, बच्चों एवं बीमार लोगों को घरों में ही रहना चाहिए. ठंड से सर्दी, खांसी, बुखार एवं सांस संबंधी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. गर्म कपड़े पहनने, गर्म पानी पीने और ठंडी हवा से बचने की अपील की गयी है.
आगे भी राहत के आसार नहीं
मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दिनों में भी ठंड एवं तेज हवा से राहत मिलने की संभावना कम है. ऐसे में लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत है. वहीं आमजन की मांग है कि नगर परिषद जल्द से जल्द अलाव की व्यवस्था सुनिश्चित करें, ताकि ठंड से कुछ राहत मिल सके.
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