हाईलाइट्स
Madhepura Legislative Assembly Prabhat Khabar Chaupal: प्रभात खबर की इलेक्शन एक्स्प्रेस जब मधेपुरा विधानसभा में पहुंची तो वहां कई समस्याएं सामने दिखी. लोगों ने सबसे ज्यादा बात शराबबंदी को लेकर की. चौपाल में जब जनता ने शराबबंदी को लेकर मंच पर मौजूद जनप्रतिनधियों से सवाल किया तो कुछ ने तो पल्ला झाड लिया और कुछ सरकार पर गंभीर आरोप लगाते दिखे. हालांकि, जनप्रतिनिधियों ने शराबबंदी की विफलता को स्वीकार भी किया.
विकास के मुद्दे पर हुई चर्चा
प्रभात खबर का चौपाल मधेपुरा के जिला परिषद के डाकबंगला पर हुआ. यहां आसपास के लोग तो जुटे ही उनके साथ-साथ जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे. चौपाल में जनता और नेताओं ने एक सुर में कहा कि मधेपुरा को विकास चाहिए, केवल वादे नहीं. क्षेत्र के विकास से जुड़े अहम मुद्दों पर खुलकर चर्चा हुई.
भ्रष्टाचार और उद्योग पर हुई बात
चर्चा में मौजूद लोगों ने सबसे पहले सरकारी दफ्तरों में फैले भ्रष्टाचार पर नाराजगी जताई. गांवों के इलाके से आए लोगों का कहना था कि डिवीजन से लेकर ब्लॉक तक बिना पैसे दिए कोई काम नहीं होता, जिससे आम लोग काफी परेशान हैं. किसानों ने मांग की कि इलाके में मक्का के लिए उद्योग लगाया जाए. खर्च बढ़ने के बावजूद उन्हें अपनी फसल औने-पौने दामों पर बेचना पड़ता है. अगर यहां उद्योग लगे तो खेती की दिक्कतें कम होंगी और रोजगार के मौके भी बढ़ेंगे.
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विधायक पर लगे गंभीर आरोप
लोगों का कहना था कि शहर की टूटी-फूटी सड़कों की जिम्मेदारी सीधे स्थानीय विधायक की है. उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठाए और कहा कि इलाके में खुलेआम हत्याएं हो रही हैं लेकिन सरकार अपराध पर रोक नहीं लग पा रही है. चौपाल में JDU नेता जिला परिषद अध्यक्ष प्रतिनिधि श्वेत कमल उर्फ बौआ जी, जदयू नेता इंजीनियर संतोष, जनसुराज के संभावित प्रत्याशी डाॅ गजेंद्र कुमार, राजद नेता आलोक कुमार मुन्ना और भाकपा नेता प्रमोद प्रभाकर शामिल हुए.

