ग्वालपाड़ा . प्रखंड के नौहर में पूर्व परंपरा के मुताबिक होली के पहले बुधवार को चरणधूरा (धूरखेल) से होली की शुरूआत हो गयी. ग्रामीण युवक-बूढ़े मिलकर पं शेखर झा के दरवाजे पर ढोल, मृदंग, झाल के साथ तोहें सुमिरों आज गणेश… गणेश वंदना गाकर शुरुआत की व पं महानंद के दरवाजा होते हुए सदा आनंद रहे यही द्वारे मोहन खेले होरी हो… गाते हुए शिवमंदिर, दक्षिणेश्वर काली मंदिर, ब्रह्मबाबा मंदिर होते हुए लक्ष्मीनारायण मंदिर में होली गाकर धूरखेल का समापन किया. पं प्राणमोहन झा के संरक्षण में गोपीकांत, मनोज मिश्र व नुनू झा के होली गीत, झमेली के ढोलक व ध्रुव कुमार के नाल पर होली गीत गाने वालों में अमरकांत झा, निरंजन झा, अशोक झा, नुनू झा, विपीन, विजय मिश्र, शेखर झा, फुदन, अजीत, उज्जवल सूरज, राहुल, अंकु, बुल्टी, नटवर सहित अन्य युवक थिरकते रहे.
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