मुरलीगंज प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत कोल्हायपट्टी डुमरिया पंचायत सरकार भवन में मंगलवार को किसान संगोष्ठी का आयोजन किया गया. इस दौरान किसानों को प्राकृतिक व जैविक खेती का प्रशिक्षण दिया गया. प्रशिक्षण के दौरान कृषि वैज्ञानिक डॉ सुरेंद्र प्रसाद चौरसिया ने बताया कि प्राकृतिक खेती न केवल मिट्टी के स्वास्थ्य को बनाये रखती है, बल्कि मानव जीवन को भी स्वस्थ और सुरक्षित बनाती है. इसके अलावा यह खेती पर्यावरण संतुलन बनाए रखने में अहम भूमिका निभाती है और किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत तथा आत्मनिर्भर बनाती है. उन्होंने कहा कि जैविक खेती में रासायनिक खाद व कीटनाशकों का उपयोग नहीं किया जाता है, जिससे फसलों की गुणवत्ता बढ़ती है और उत्पादन प्राकृतिक रूप से सुरक्षित रहता है. यह पद्धति लंबे समय तक भूमि की उर्वरता को बनाए रखती है, जिससे किसानों को स्थायी लाभ मिलता है. संगोष्ठी में125 किसानों ने भाग लिया. मौके पर अनुमंडल कृषि पदाधिकारी कुंदन कुमार, प्रशिक्षु बीएओ कोमल भारती, बीटीएम जय कुमार भारती, किसान सलाहकार पंकज कुमार, मुखिया मनोज यादव, उप मुखिया रूपम देवी, पंचायत सचिव उपेंद्र मालाकार तथा सरपंच अंजना देवी, किसान किन्नू यादव, शंभू यादव, हरेंद्र कुमार, विजय कुमार, सुधीर कुमार, राकेश कुमार, निर्भय कुमार, शिवकुमार यादव, सुभाष यादव, जवाहर यादव, शशि भूषण रजक एवं चंद्रिका देवी आदि मौजूद थे.
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