उदाकिशुनगंज.
नगर परिषद के गठन के बाद अब बाजार से हाउस होल्डिंग के नाम पर पैसे की वसूली जा रही है. इसको लेकर बुधवार को व्यवसायियों व आमजनों ने बुधवार को विरोध जताया. व्यवसायियों ने कहा कि गत दो दिनों से नगर परिषद कार्यालय कर्मी दो व्यक्ति के साथ आवासीय व काॅमर्शियल दुकानदारों से अनाप-शनाप राशि की वसूली कर नगर परिषद का एक चिट्ठा थमा दिया जाता है.इससे नगरवासी परेशान हैं. व्यवसायियों का कहना है कि जब तक नगर परिषद कार्यालय सभी रेट चार्ट को सार्वजनिक नहीं करती है. तब तक हाउस होल्डिंग टैक्स हमलोग नहीं देंगे, जबकि गत दो दिनों से नगर परिषद कर्मी द्वारा दर्जनों लोगों से मनमाने तरीके से राशि की वसूली कर ली है. व्यवसायी संघ के अध्यक्ष राजेंद्र यादव ने कहा कि हाउस होल्डिंग टैक्स के लिए एक सप्ताह पूर्व विभाग को प्रचार-प्रसार के माध्यम से जागरूक करना चाहिये. उसके लिए नगर पालिका के द्वारा जो राज्य भर में टैक्स की राशि निर्धारित की गयी है. उसके तहत वसूली करना नियम संगत होगा, लेकिन नगर परिषद उदाकिशुनगंज द्वारा बाजार के व्यवसायियों से मनमाने तरीके से 43 रुपये स्क्वायर फीट के हिसाब से मापी कर रसीद थमाकर वसूली की जा रही है.
इस बाबत नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी कमलेश कुमार ने कहा कि हाउस होल्डिंग टैक्स देना अनिवार्य होगा. उसके बाद सभी मकानों पर हाउस नंबर लगाया जायेगा. बैठक में चेयरमैन प्रतिनिधि पुतुल मिश्रा को बुलाया गया, तो उन्होंने बताया कि हाउस होल्डिंग टैक्स नगर परिषद क्षेत्र के सभी लोगों को देना अनिवार्य होगा, लेकिन व्यवसायियों में टैक्स वसूली को लेकर जब नाराजगी है, तो 16 नवंबर को व्यवसायियों के साथ बैठक जनप्रतिनिधियों के बीच होगी. इसमें हाउस होल्डिंग टैक्स के मुद्दे पर चर्चा कर निर्णय लिया जायेगा. तत्काल बाजार से हाउस होल्डिंग टैक्स वसूली को बंद कर दिया गया है. टैक्स वसूली का विरोध करने वालों में राहुल गुप्ता, प्रणव कुमार, रंजीत कुमार राणा, कुंदन कुमार, गोपाल साह, विनय दास, शैलेंद्र गुप्ता, विनय गुप्ता, संजीव सिंह, दिलीप गुप्ता, बैजनाथ चौधरी, नीरज सिंह, सत्यनारायण पोद्दार, संजीव झा आदि शामिल हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

