कुमारखंड
बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण के खिलाफ बिहार राज्य खेतिहर मजदुर यूनियन के कार्यकर्ताओं ने आगामी बुधवार को सड़क पर उतर का चक्का जाम करने का निर्णय लिया है. इस संबंध में बिहार राज्य खेतिहर मजदुर यूनियन के जिला सचिव को ललन कुमार ने बताया कि निर्वाचन आयोग एवं केंद्र की बीजेपी सरकार के संयुक्त गठजोर से मतदाताओं को लोकतंत्र से बाहर करने की साजिश चल रही है. हर मतदाता दशकों पुराने रिकॉर्ड वाले दस्तावेज खोजने को विवश है. यह लोकतंत्र नहीं,वोटर मिटाने की स्कीम है. गरीबों, दलितों, मुसलमानों एवं पिछड़ों को वोटर लिस्ट से हटाने की साजिश के खिलाफ हमारी लड़ाई एवं संघर्ष जारी रहेगी.उन्होंने कहा कि आजादी के बाद से आज तक किसी भी मतदाताओं से उसकी नागरिकता साबित करने के लिए दस्तावेज नहीं मांगे गये. अब हर मतदाता दशकों पुराने रिकॉर्ड वाले दस्तावेज खोजने पर मजबूर है. यह आदेश लागू करने से पूर्व किसी भी राजनीतिक दल से सलाह-मशवरा नहीं किया. उन्होंने इसकी कड़ी आलोचना करते हुये चुनाव आयोग के खिलाफ नौ जुलाई को कार्यकर्ताओं समर्थकों एवं आम जन को ज्यादा से ज्यादा संख्यां में बिहार बंद में शामिल होने का आह्वान किया. इस अवसर पर को पन्नालाल यादव, उमेश यादव, देवनारायण सरदार, अनोल यादव, अलीहुसैन, कैलाश सिंह, अशोक यादव, उमेश यादव, चंदेश्वरी रजक, राजेश राम, रघुनाथ ठाकुर मौजूद थे.
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