मधेपुरा : टीपी कॉलेजिएट उच्च विद्यालय मधेपुरा के सभागार में अक्षय परियोजना एवं जिला यक्ष्मा केंद्र के द्वारा दो सौ छात्र एवं छात्राओ को टीबी जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता डा सुरेश कुमार ने की. कार्यक्रम के दौरान जिला यक्ष्मा सुपरवाइजर रामनरेश कमती ने बताया कि टीबी एक संक्रामक बीमारी है जो की यह बीमारी किसी भी वर्ग के लोगों में हो सकता है. इसके लिए पुरे जिले में हमारा 16 जगह टीबी का जांच व इलाज बिल्कुल मुफ्त किया जा रहा है. तथा इसके साथ ही साथ पुरे जिले में अक्षय परियोजना के सहयोग से मदरसा,
मसजिदों, स्कूल, जेल, महादलित बस्तियों, रिक्शा चालकों के बीच टीबी जागरूकता कार्यक्रम एवं उनका जांच व इलाज कराया जा रहा है. कार्यक्रम के दौरान अक्षय परियोजना के जिला समन्वयक कमलेश कुमार ने बताया कि अक्षय परियोजना पुरे देश में 374 जिले में इसका कार्यक्रम चल रहा है जो कि मधेपुरा जिला में विगत 2010 से टीबी संबंधित जागरुकता का कार्यक्रम जिला यक्ष्मा केंद्र के सहयोग से किया जा रहा है.
कार्यक्रम में उन्होंने बताया कि टीबी एक भयावक और संक्रामक रोग है, जो एक से व्यक्ति से दूसरे में हवा के माध्यम से फैलता है. और अब इसका पूरी तरह से संभव ईलाज है. इसका लक्षण दो `सप्ताह या उससे अधिक दिनों से खासी आना, शाम के समय बुखार, बलगम आना, खून आना, सीने में दर्द आदि है तथा इसका जांच व ईलाज पूरी तरह से सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केद्रों निशुल्क उपलब्ध है. उन्होंने बताया कि परियोजना के द्वारा जिले के पांच प्रखंडों टीबी का कार्यक्रम जैसे सामुदायिक बैठक अक्षय संवाद, नुक्कड़ नाटक, बलगम कैंप के माध्यम से टीबी मरीजों का नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्रों में जांच कराकर उनका ईलाज कराया जाता है.
कार्यक्रम के दौरान जिला अस्पताल के मुकेश उपाध्याय ने वेक्टर जनित रोग के अंतर्गत कालाजार, मलेरिया, फैलेरिया, डेंगू, से संबंधित जानकारी दी गयी. जल जनित रोग के उपचार एवं रोकथाम का उपाय बताय. उन्होंने बताया कि इसका जांच व इलाज पूरी तरह से सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केद्रों पर निशुल्क उपलब्ध है. इस अवसर पर टीपी कॉलेजिएट उच्च विद्यालय मधेपुरा के प्रधानाचार्य डा सुरेश कुमार द्वारा धन्यवाद ज्ञापन किया गया. मौके पर सजन कुमार, पौरूष कुमार, वंदना कुमारी, रूबी कुमारी, विकास कुमार, अरुण कुमार, संजीव, श्रीकांत, एव गौतम कुमार पंकज कुमार आदि उपस्थित रहे.