मधेपुरा : जिले के सरकारी विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मुहैया कराने के उद्देश्य से डीएम मो सोहैल की ओर से चलाये गये अभियान के दौरान उनके निर्देश पर पूरे जिले के दूसरे चरण में 120 विद्यालयों का औचक निरीक्षण एसडीएम, बीडीओ व सीओ द्वारा कराया गया. इस औचक निरीक्षण में यह पाया गया कि अधिकतर विद्यालय में सब कुछ ठीक ठाक नहीं है.
करीब 166 शिक्षक अनुपस्थित मिले तो 11 विद्यालय पूरी तरह बंद पाये गये. विद्यालयों के बंद पाये जाने को डीएम ने गंभीरता से लिया है. उन्होंने तत्काल इन 11 विद्यालयों के प्रधानाध्यापक को निलंबित करने का आदेश जिला शिक्षा पदाधिकारी व जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना को दिया है.
इन विद्यालयों के प्रधान हुए निलंबित : गम्हरिया प्रखंड के नव सृजित प्राथमिक विद्यालय मेहता टोला भेलवा, नव सृजित प्राथमिक विद्यालय धोबी टोला, नवसृजित प्राथमिक विद्यालय यादव मंडल टोला के प्रधानाध्यापक पर कार्रवाई की गयी है. वहीं ग्वालपाड़ा प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय बाड़ा टोला पश्चिम, मधुराम उच्च विद्यालय ग्वालपाड़ा के प्रधानाध्यापक निलंबित हुए हैं. आलमनगर प्रखंड के प्राथमिक विद्यालया पौरा टोला गंगापुर, सिंहेश्वर प्रखंड के
11 प्रधानाध्यापक निलंबित…
मध्य विद्यालय इटहरी, राजकीय मध्य विद्यालय गहुंमनी, मध्य विद्यालय गहुंमनी, शंकरपुर प्रखंड के मध्य विद्यालय कोल्हुआ एवं मध्य विद्यालय मौजमा के प्रधानाध्यापक को निलंबित किया गया है.
109 खुले स्कूल में 166 शिक्षक गायब मिले
इस जांच में 109 विद्यालय खुले पाये गये. इन विद्यालयों में भी भारी संख्या में शिक्षक अनुपस्थित पाये गये. कुल 166 अनुपस्थित शिक्षकों से स्पष्टीकरण पूछते हुए एक दिन के वेतन की कटौती करने का निर्देश डीएम ने दिया है. साथ ही आइवीआरएस प्रणाली से स्कूलों में शिक्षकों की उपस्थिति की जांच करने की व्यवस्था करने का भी आदेश दिया गया है.
डीएम ने वेतन कटौती का आदेश 24 घंटे के अंदर निर्गत कर संबंधित संचिका उनके समक्ष उपस्थापित करने का आदेश देते हुए जिला शिक्षा पदाधिकारी से यह भी सूचना मांगी है कि पहले चरण में कराये गये औचक निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित मिले शिक्षकों पर क्या कार्रवाई की गयी है.
डीएम ने इसकी संचिका भी शीघ्र प्रस्तुत करने का आदेश दिया है. डीएम ने डीइओ, डीपीओ स्थापना, डीपीओ मिड डे मील को निर्देशित किया है कि शिक्षकों की उपस्थिति व विद्यालय का संचालन समय पर सुनिश्चत कराया जाये अन्यथा उनके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने औचक निरीक्षण कार्यक्रम समय समय पर लगातार कराने की बात कही.