दियारा क्षेत्र के लोगों में है अपराधियों का खौफ
आलमनगर : लोगों में असुरक्षा की भावना को दूर करने व अपराधियों में खौफ पैदा करने के उद्देश्य से आलमनगर प्रखंड के अति सुदुरवर्ती व तीन जिलों की सीमा से लगने वाली दियरा क्षेत्र में पुलिस के द्वारा फ्लैग मार्च किया गया. फ्लैग मार्च का नेतृत्व कर रहे पुलिस निरीक्षक सुरेश राम ने बताया कि दियारा क्षेत्र होने के कारण अपराधियों की यह शरणस्थली बनती जा रही है, क्योंकि यह क्षेत्र नदियों के किनारे स्थित हजारों एकड़ कास की घनी झाड़ी के साथ तीन जिलों की सीमा पर अवस्थित है, जिससे अपराधी आसानी से अपराध कर शरण ले लेते हैं.
खासकर मक्के की फसल बड़ा होते हीं अपराध की फसल भी इस क्षेत्र में बढ़ जाती है व अपराधियों द्वारा किसानों से लेवी वसूलने का सिलसिला शुरू हो जाता है. अपराधी मक्के के घने व लंबे फसल होने से आसानी से विचरण करना शुरू कर देते है व लोगों में भय का माहोल उत्पन्न हो जाता है. उन्होंने कहा कि अब अपराधियों पर खैर नहीं है. पुलिस द्वारा क्षेत्र में गश्ती से जहां आम लोगों की होसला बुलंद हुई. वहीं अपराधियों में खौफ व्याप्त हुआ है. पुलिस द्वारा रतवारा सहायक थाना अंर्तगत जिले के सीमावर्ती कपसिया, खुखारघाट, मुरौत, रतवारा, खापुर सहित सोनामुखि में फलैग मार्च किया गया. फलैग मार्च के दौरन आलमनगर थानाअध्यक्ष सर्वेवश्वर सिंह,चौसा थानाअध्यक्ष सुमन कुमार सिंह,फुलोत ओपी अध्यक्ष अमित कुमार,रतवारा थानाअध्यक्ष उमेश पासवान व एसआइ राजेंद्र तिवारी सहित सभी थाने का पुलिस बल थे.