मधेपुरा : जिला मुख्यालय स्थित मस्जिद चौक महिलाओं द्वारा एनआरसी, एनपीआर व सीएए के विरोध में लगभग एक माह से चलाए जा रहे अनिश्चितकालीन धरना के कारण शाहीन बाग के उपनाम से अपनी पहचान बना चुका है.
धरना में भाग ले रही महिलाएं लगातार अपनी एक सूत्री मांग के साथ आंदोलनरत है. बुधवार को धरना को संबोधित करते हुए बीएनएमयू के सीनेट सह सिंडीकेट सदस्य डा जवाहर पासवान ने कहा कि देश को बांटने की कोशिश करने वाली ताकतें खुद की साजिश की शिकार हो रही है. उन्होंने लोगों से अपील किया की अपनी एकता को इसी तरह आगे भी बरकरार रखने का काम करें.
वहीं प्रो ललन साहनी ने कहा कि आंदोलन का अब प्रभाव नजर आने लगा है. केंद्र सरकार जिसको निसहाय समझ रही थी, उन्हीं मां-बहनों की बददुआ उनको सबक सिखाने लगी है. वहीं एआइएसएफ के राष्ट्रीय परिषद सदस्य सह राज्य उपाध्यक्ष हर्ष वर्धन सिंह राठौर ने कहा कि अब वक्त बदलने लगा है. अनेकता में एकता के पर्याय भारत में केंद्र सरकार के अपरिपक्व सोच की उपज सीएए, एनपीआर व एनपीआर को किसी भी स्तर पर स्वीकार नहीं किया जा सकता है.
