लखीसराय. जिला मुख्यालय के विद्यापीठ चौक के निकट स्थित एक निजी सभागार में सोमवार को जिला सशक्तिकरण और प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग विषय को नयी गति देने के लिए एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. समग्र शिक्षा अभियान से जुड़े संभाग प्रभारी अमित कुमार सिंह से मिली जानकारी के अनुसार शिक्षा में नवाचार और प्रभावी क्रियान्वयन की दिशा में एक और ठोस कदम बढ़ाया गया है. जिला शिक्षा विभाग की अध्यक्षता में ‘जिला सशक्तिकरण कार्यक्रम’ एवं ‘प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग को जिले में प्रभावी ढंग से स्थापित करने के उद्देश्य से एक दिवसीय योजना निर्माण कार्यशाला का आयोजन किया गया. जिसमें सभी प्रखंडों से चयनित प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, तकनीकी समूह सदस्य एवं कांप्लेक्स केंद्र प्रमुखों ने सहभागिता की. कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में जिला शिक्षा पदाधिकारी यदुवंश राम एवं डायट के प्राचार्य उपस्थित रही. इस दौरान प्रतिभागियों ने बीते शैक्षणिक वर्ष में हुए प्रयासों की समीक्षा करते हुए, अगले त्रैमास के लिए अपने प्रखंडों की स्पष्ट और लक्ष्य केंद्रित कार्ययोजना तैयार की. जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कार्यक्रम की अब तक की प्रगति की सराहना करते हुए सभी प्रतिभागियों को बधाई दी. उन्होंने यह स्पष्ट किया कि विद्यालयों को निपुण बनाना, एफएलएन लक्ष्यों को प्राप्त करना और डायट द्वारा प्रस्तुत एमआईपी को धरातल पर उतारना आने वाले वर्ष की प्रमुख प्राथमिकताएं होंगी. उन्होंने कार्यक्रम के बेहतर प्रदर्शन के लिए सराहना की और इस वर्ष इसके स्थायित्व पूर्ण और जमीनी क्रियान्वयन के लिए सभी से सामूहिक उत्तरदायित्व निभाने की अपेक्षा जतायी. कार्यशाला के समापन पर डाइट लखीसराय की दीक्षा टीम को जिले की जरूरतों को समझते हुए किये गये उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मानित किया गया. यह कार्यशाला न केवल विगत अनुभवों की पुनर्रचना थी, बल्कि आने वाले शैक्षणिक सत्र के लिए साझा दृष्टिकोण, सहभागिता और प्रतिबद्धता की एक सशक्त मिसाल भी बनी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है