बड़हिया.
खुशबू पुस्तक भंडार के संचालक शत्रुध्न साव हत्याकांड का पुलिस ने महज 48 घंटे में पूरे मामले का खुलासा कर दिया. एसपी अजय कुमार के निर्देश और एसडीपीओ शिवम कुमार के नेतृत्व में गठित विशेष जांच दल एसआईटी ने आधुनिक तकनीक, सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल लोकेशन और खुफिया तंत्र की मदद से दो कुख्यात अपराधियों को धर दबोचा. पूछताछ में दोनों ने न केवल इस हत्या में अपनी संलिप्तता स्वीकार की, बल्कि रंगदारी के संगठित नेटवर्क का भी खुलासा किया. पूछताछ में गिरफ्तार अपराधियों ने बताया कि उन्होंने शत्रुध्न साव से 5 लाख रुपये रंगदारी मांगी थी. उसने 1.5 लाख रुपये दिया था, लेकिन शेष राशि देने से इनकार कर दिया. इसके बाद गिरोह ने सुनियोजित तरीके से उनकी रैकी की और हत्या को अंजाम दिया. यह गिरोह लंबे समय से बड़हिया और आसपास के क्षेत्रों के व्यवसायियों को धमकाकर अवैध वसूली कर रहा था. पुलिस को पूछताछ में कई अन्य व्यापारियों के नाम भी मिले हैं, जिन्हें यह गिरोह रंगदारी के लिए धमका रहा था. गिरफ्तार अपराधी में बड़हिया नगर के वार्ड 13 दानी टोला निवासी राजीव सिंह के पुत्र लक्ष्मीनारायण है, जिसपर बड़हिया थाना में पहले से थाना कांड संख्या 78/24, 170/25 सहित कई गंभीर मामलों में नामजद आरोपी है. वहीं दूसरा अपराधी निवासी इंद्र टोला, वार्ड 20 निवासी राजकुमार झा के पुत्र सोनू झा है. जिसपर बड़हिया थाना में हत्या, रंगदारी, लूट और आर्म्स एक्ट के कई मामलों में अभियुक्त दोनों अपराधियों का लंबा आपराधिक इतिहास है. गिरफ्तारी अपराधियों के निशानदेही पर पुलिस ने घटना में इस्तेमाल किये गये दो देसी पिस्टल, दो मैगजीन और तीन जिंदा कारतूस, घटना में प्रयुक्त बाइक, दो मोबाइल फोन, अपराध के समय पहना गया कपड़ा अन्य आपराधिक सामग्री बरामद किया गया. पुलिस ने बताया कि इनके गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश की जा रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

