लखीसराय. महिला व बाल विकास निगम से संबद्ध विभिन्न संगठन इन दिनों बाल विवाह जैसी कुरीतियों के उन्मूलन को लेकर जोर शोर से जागरूकता अभियान चला रहा है. इसी क्रम में निगम को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है. लखीसराय जिले के चानन प्रखंड क्षेत्र के सिंहचक में एक नाबालिग छात्रा को बाल विवाह की भेंट चढ़ने से बचा लिया गया है. इस संबंध में हब के जिला मिशन समन्वयक प्रशांत कुमार ने बताया कि महिला एवं बाल विकास निगम द्वारा संचालित योजना संकल्प हब फॉर एंपावरमेंट ऑफ वीमेन एवं सखी वन स्टॉप सेंटर के संयुक्त पहल से सिंहचक गांव में एक बालिका को बाल विवाह होने से बचाया गया. जिला प्रोग्राम पदाधिकारी आइसीडीएस सह नोडल पदाधिकारी मिशन शक्ति के बंदना पांडेय के दिशा निर्देश में सिंहचक गांव में एक लड़की की 30 अप्रैल को शादी तय थी. उन्होंने हब के जिला मिशन समन्वयक प्रशांत कुमार व केंद्र प्रशासक पूनम कुमारी को इस घटना की जानकारी दी. जिसके आधार पर लड़की के घर सिंहचक गांव जाकर इसका जांच पड़ताल किया गया. पता चला लड़की ननिहाल में है. आनन फानन में लड़की को बुलाया गया, जिसमें लड़की ने स्वीकार किया कि उसकी शादी 30 अप्रैल को तय थी. लड़की ने बताया कि वह अभी पढ़ना चाहती है, उसकी उम्र अभी 18 वर्ष नहीं पूरा हुआ है. आधार कार्ड और मैट्रिक के अंक प्रमाण पत्र के आधार पर लड़की का उम्र अभी मात्र 16 वर्ष ही पूरा हुआ है. लड़की के माता पिता को भी बाल विवाह जैसी कुरीतियों के संबंध में बताया गया और उसके दुष्परिणामों के संबंध में समझाया गया तो उन्होंने हर्षित होकर कहा कि अपनी बच्ची को पढ़ाऊंगा. मौके पर महिला पर्यवेक्षिका रिंकू कुमारी, आंगनबाड़ी सेविका शशि किरण कुमारी, सरपंच प्रतिनिधि अशोक यादव सहित कई ग्रामीण मौजूद थे.
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