लखीसराय. आज मंगलवार से जिले के राजकीय धरोहर लाली पहाड़ी को लेकर प्रत्येक वर्ष होने वाले लाली पहाड़ी महोत्सव का आगाज होगा. जिसके तहत सबसे पहले हेरिटेज वॉक के तहत लाली पहाड़ी का भ्रमण कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा. वहीं महोत्सव के तहत लखीसराय संग्रहालय में लखीसराय अकादमिक सम्मेलन 2025 का भी आयोजन किया जायेगा. जिला प्रशासन के द्वारा आयोजित इस सम्मेलन में देश विदेश के 29 स्कॉलर शामिल होंगे, जिनके द्वारा दो दिनों तक ‘ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य में मगध: नवीन शोध’ विषय पर चर्चा की जायेगी. यह कार्यक्रम प्राचीन मगध के इतिहास और संस्कृति को समझने और आज के बिहार से उसके संबंध पर विचार करने का अवसर होगा. मंगलवार को लखीसराय संग्रहालय में सुबह साढ़े 10 बजे से कार्यक्रम की शुरुआत जिलाधिकारी मिथिलेश मिश्र के संबोधन से की जायेगी. मंगलवार को स्कॉलर क्लाइडन बौट्ज फिक्रॉन, सोनालिका कौल, डॉ लक्ष्मी रोज ग्रिव्स, डॉ फियोना बुकी, प्रो आरके चटोपाध्याय, डॉ रजत सन्याल प्रो. रोहिथा दशानायका, प्रो अभिषेक सिंह अमर चर्चा में शामिल होंगे. कार्यक्रम के संयोजक सह विश्वभारती शांतिनिकेतन विश्वविद्यालय के प्राचीन इतिहास एवं पुरातत्व विभाग के प्रोफेसर अनिल कुमार हैं.
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