बड़हिया. बड़हिया रेलवे स्टेशन पर बुधवार से हिमगिरी एक्सप्रेस का ठहराव आधिकारिक रूप से शुरू हो गया. यह कदम लंबे समय से चली आ रही स्थानीय मांग को पूरा करने की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है. बुधवार को स्थानीय लोगों और भाजपा कार्यकर्ताओं ने अप और डाउन दोनों ट्रेनों का उत्साहपूर्वक स्वागत किया. इस अवसर पर ट्रेन के ड्राइवर को फूलमाला पहनायी गयी और मिठाई खिलाकर खुशी जतायी गयी. धार्मिक दृष्टिकोण से भी यह ठहराव अहम बताया जा रहा है, क्योंकि हिमगिरी एक्सप्रेस मां बाला त्रिपुर सुंदरी मंदिर को सीधे वैष्णो देवी धाम से जोड़ती है. दोनों स्थानों के संस्थापक भक्त श्रीधर ओझा ही हैं. पिछले विधानसभा चुनाव में बड़हिया स्टेशन पर ट्रेनों के ठहराव का मुद्दा काफी चर्चा में रहा था. इसी को लेकर दो बड़े आंदोलन हुए थे, जिनमें 36 घंटे तक दिल्ली-हावड़ा रेल मार्ग बाधित रहा था. इसके दबाव में कुछ ट्रेनों का ठहराव पहले भी बहाल किया गया था. हालांकि रेल संघर्ष समिति के संयोजक मनोरंजन सिंह ने कहा कि बड़हिया को केवल हिमगिरी एक्सप्रेस का ठहराव देकर ठगा जा रहा है. उनकी मांग अभी भी चार अन्य ट्रेनों के ठहराव की भी है.
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