लखीसराय. बिहार विधानसभा आम निर्वाचन 2025 को स्वतंत्र, निष्पक्ष व भयमुक्त वातावरण में सम्पन्न कराने के उद्देश्य से बुधवार को समाहरणालय लखीसराय स्थित मंत्रणा कक्ष में एक समीक्षा बैठक आयोजित की गयी. बैठक की अध्यक्षता निर्वाचन आयोग द्वारा नियुक्त सामान्य प्रेक्षक रणदीप डी, सामान्य प्रेक्षक सिद्धार्थ दास, पुलिस प्रेक्षक बुरुगू राजा कुमारी और व्यय प्रेक्षक आस्थानंद पाठक ने संयुक्त रूप से की. बैठक में जिले के दंडाधिकारी व पुलिस पदाधिकारी शामिल हुए. मुख्य रूप से 167 सूर्यगढ़ा और 168 लखीसराय विधानसभा क्षेत्रों में मतदान प्रक्रिया को शांतिपूर्ण, निष्पक्ष और सुव्यवस्थित तरीके से संपन्न कराने के लिए विधि-व्यवस्था, सुरक्षा व्यवस्था, संवेदनशील व अति संवेदनशील मतदान केंद्रों पर विशेष प्रबंध, मतदान दलों की मूवमेंट की सुरक्षा, ईवीएम सुरक्षा, फ्लैग मार्च, पेट्रोलिंग, समन्वित नियंत्रण तंत्र तथा धारा 144 के प्रवर्तन की स्थिति की विस्तृत समीक्षा की गयी. सामान्य प्रेक्षकों ने स्पष्ट निर्देश दिया कि निर्वाचन आयोग का सर्वोच्च उद्देश्य है कि प्रत्येक मतदाता को भयमुक्त वातावरण में अपने मताधिकार का प्रयोग करने का अवसर मिले. उन्होंने ‘साइलेंस पीरियड’ यानी मतदान से पहले 48 घंटे की मौन अवधि के दौरान नियमों का सख्ती से पालन करने की अपील की. लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 126(1) (बी) के तहत मतदान से 48 घंटे पहले और मतदान समाप्त होने तक किसी भी प्रकार का चुनाव प्रचार या ‘इलेक्शन मैटर’ जनता तक पहुंचाना प्रतिबंधित है. यदि कोई व्यक्ति या संस्था इस अवधि में प्रचार करती है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. अधिकारियों को निर्देश दिया कि किसी भी प्रकार की लापरवाही, पक्षपात या शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी. सभी अपने-अपने क्षेत्र में सतत भ्रमण कर स्थिति पर सतर्क निगरानी रखें व आदर्श आचार संहिता का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करें. साथ ही किसी भी राजनीतिक दल या प्रत्याशी द्वारा आचार संहिता के उल्लंघन पर त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश दिए. व्यय प्रेक्षक आस्थानंद पाठक ने कहा कि वर्दी में रहते हुए अधिकारी अपने कर्तव्यों का पालन पूरी निष्ठा से करें. उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति नशे में पाया जाए, उसके खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाए. मतदान के दिन जिन वाहनों पर अनुमति पत्र (परमिशन लेटर) आगे के शीशे पर प्रदर्शित नहीं होगा, उन्हें सुरक्षा बल रोक कर पूछताछ कर सकते हैं. पुलिस प्रेक्षक बुरुगू राजा कुमारी ने अधिकारियों को सतर्क और चौकन्ना रहकर ड्यूटी करने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा सौ प्रतिशत लाइसेंसी हथियारों को जमा कराया जाना हिंसा की रोकथाम में सहायक सिद्ध होगा. जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी मिथिलेश मिश्र ने बताया कि सभी पोलिंग पार्टियों व पीठासीन पदाधिकारियों का मिलान कर लिया गया है. उन्होंने कहा कि 167 व 168 विधानसभा क्षेत्रों के कुछ बूथ संवेदनशील हैं, जहां अत्यधिक सतर्कता के साथ ड्यूटी करनी होगी. पिपरिया, बड़हिया और सूर्यगढ़ा क्षेत्रों में विशेष निगरानी रखी जाएगी. मानो निस्ता क्षेत्र के 56 बूथ सेंसेटिव घोषित किए गए हैं. सभी वाहनों में जीपीएस सिस्टम लगाया गया है और मतदान कक्ष के अंदर मोबाइल फोन ले जाना प्रतिबंधित रहेगा. मतदाता 12 वैकल्पिक दस्तावेजों के आधार पर भी मतदान कर सकेंगे. बैठक में यह भी बताया गया कि सभी बूथों पर नाश्ता और भोजन की व्यवस्था की गयी है, जिसमें नाश्ते के लिए 50 रुपये और भोजन के लिए 70 रुपये का भुगतान किया जाएगा. जोनल और सुपर जोनल दंडाधिकारियों को निर्देश दिया गया कि वे अपने अधीनस्थ अधिकारियों और पुलिस बल के साथ बेहतर समन्वय बनाए रखें और संवेदनशील बूथों पर विशेष सतर्कता बरतें. एसपी अजय कुमार ने सभी जोनल और सुपर जोनल दंडाधिकारियों को एक्टिव मोड में रहने के निर्देश दिए. उन्होंने पुलिस पदाधिकारियों को बाहरी लोगों से अनावश्यक बातचीत से बचने की सलाह दी. बैठक में जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी मिथिलेश मिश्र, पुलिस अधीक्षक अजय कुमार, अपर समाहर्ता नीरज कुमार, उप विकास आयुक्त सुमित कुमार, स्थापना उपसमाहर्ता शशि कुमार, नजारत उपसमाहर्ता प्राची कुमारी, नोडल पदाधिकारी मीडिया कोषांग रवि कुमार सहित अन्य संबंधित पदाधिकारी उपस्थित रहे.
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