लखीसराय. महिला एवं बाल विकास निगम और स्वास्थ्य विभाग, लखीसराय द्वारा संकल्प हब फॉर एंपावरमेंट ऑफ विमेन के सहयोग से 10 दिवसीय विशेष जागरूकता अभियान के तहत पीसीपीएनडीटी एक्ट विषय पर एक क्षमता निर्माण सत्र का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का उद्घाटन जिला प्रोग्राम पदाधिकारी (आइसीडीएस सह नोडल पदाधिकारी मिशन शक्ति) वंदना पांडेय, एनसीडीओ डॉ अश्विनी कुमार, जिला कार्यक्रम प्रबंधक सुधांशु नारायण लाल, और जिला परियोजना प्रबंधक (महिला एवं बाल विकास निगम) डॉ मनोज कुमार सिन्हा ने किया. वंदना पांडेय ने गिरते लिंगानुपात पर चिंता जताते हुए कहा कि इसका एक बड़ा कारण जन्म से पहले लिंग परीक्षण है. उन्होंने बताया कि इस एक्ट का उल्लंघन करने पर सजा और जुर्माने का प्रावधान है. पिरामल संस्थान की प्रशिक्षक सुचारिता घोष ने पीसीपीएनडीटी एक्ट के बारे में विस्तार से जानकारी दी. उन्होंने बताया कि इस कानून का मुख्य उद्देश्य लिंग निर्धारण परीक्षणों पर रोक लगाना और अल्ट्रासाउंड जैसी नैदानिक तकनीकों के दुरुपयोग को रोकना है. यह एक्ट कन्या भ्रूण हत्या को रोकने, महिलाओं के अधिकारों की रक्षा करने और लिंगानुपात को संतुलित करने पर केंद्रित है. इस अवसर पर हब के जिला मिशन समन्वयक प्रशांत कुमार, लैंगिक विशेषज्ञ किस्मत कुमारी, नवीन कुमार, वित्तीय साक्षरता विशेषज्ञ अमित कुमार, और एमटीएस नवींद्र दास सहित कई सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी मौजूद रहे.
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