पीरीबाजार. घोसैठ पंचायत के बलुआही जाने वाली सड़क का निर्माण कार्य लंबे समय से अधर में लटका हुआ है. मुख्यमंत्री ग्रामीण पथ अनुरक्षण कार्यक्रम के तहत इस सड़क का निर्माण किया जाना था, लेकिन तय समय सीमा बीत जाने के बाद भी कार्य पूरा नहीं हो सका है. जानकारी के अनुसार, सड़क निर्माण को लेकर योजना का बोर्ड पहले ही लगाया जा चुका है. बोर्ड पर दर्ज विवरण के मुताबिक, सड़क की लंबाई कुल 800 मीटर है तथा इसकी प्राक्कलित राशि 25.370 लाख रुपये निर्धारित की गई है. इसके अलावा पंचवर्षीय अनुरक्षण के लिए 8.1 लाख रुपये का प्रावधान किया गया है. योजना के अनुसार कार्य प्रारंभ करने की तिथि 7 सितंबर 2024 और कार्य पूर्ण करने की तिथि 6 जून 2025 तय की गई थी. यह कार्य ग्रामीण कार्य विभाग, कार्य प्रमंडल लखीसराय की देखरेख में संवेदक सुंदर निर्माण द्वारा किया जाना है. ग्रामीणों का कहना है कि कार्य प्रारंभ की तिथि दर्ज होने के बावजूद अब तक सड़क निर्माण का काम पूरा नहीं हुआ है. कई स्थानों पर तो मिट्टी डालकर कार्य अधूरा छोड़ दिया गया है. ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि सरकार की योजनाओं के बावजूद संवेदक नियमों को ताक पर रखकर अपने मनमाने तरीके से काम करते हैं. कई बार तो योजना का बोर्ड लगाने के बाद भी कार्य महीनों तक शुरू नहीं होता और कभी-कभी कार्य समाप्ति के बाद भी बोर्ड लगा दिया जाता है. स्थानीय लोगों का कहना है कि इस परियोजना की समाप्ति तिथि बीतने के छह महीने बाद भी सड़क निर्माण अधूरा है. संवेदक अपने लाभ के लिए नियमों की अनदेखी करते हैं ताकि पंचवर्षीय अनुरक्षण की राशि बचाई जा सके. पीरीबाजार क्षेत्र में इस तरह की कई सड़कें हैं, जिनका हाल इस परियोजना जैसा ही है. ग्रामीणों ने बताया कि वे जल्द ही जिलाधिकारी से मिलकर सड़क निर्माण कार्य शीघ्र पूरा कराने की मांग करेंगे. वहीं ग्रामीण कार्य विभाग की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठ रहे हैं कि ऐसे लापरवाह ठैकेदार के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है.
बोले अधिकारी
इस संबंध में ग्रामीण कार्य विभाग के कनीय अभियंता प्रमोद कुमार विद्यार्थी ने बताया कि तीन सौ मीटर पीसीसी सड़क का ढलाई कार्य किया जा चुका है. पांच सौ मीटर कालीकरण का कार्य करना था, जल्द ही कार्य शेष कार्य करा लिया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

