लखीसराय : गुरुवार को सड़क हादसे से लोगों का दिल दहल उठा. अलग-अलग घटनाओं में आठ लोगों की मौत के साथ ही 14 लोग घायल हो गये. घायलों का इलाज सदर अस्पताल सहित निजी क्लिनिकों में किया जा रहा है. बुधवार की आधी रात के बाद हलसी में विवाह कार्यक्रम में शामिल बरात एवं स्थानीय महादलित परिवार के लिए उस समय काल आ पहुंचा जब वे लोग बरात को दरवाजा लगाने के समय डीजे के धुन पर नाच-गान कर रहे थे.
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हादसे का दिन रहा गुरुवार, अलग-अलग सड़क हादसे में लोगों की मौत से दहला इलाका
लखीसराय : गुरुवार को सड़क हादसे से लोगों का दिल दहल उठा. अलग-अलग घटनाओं में आठ लोगों की मौत के साथ ही 14 लोग घायल हो गये. घायलों का इलाज सदर अस्पताल सहित निजी क्लिनिकों में किया जा रहा है. बुधवार की आधी रात के बाद हलसी में विवाह कार्यक्रम में शामिल बरात एवं स्थानीय […]
उसी समय एक ट्रक उनलोगों के लिए काल बनकर सामने आया और लोगों को रौंदते हुए निकल गया, जिसमें आठ महादलितों की मौत हो गयी, जबकि चार घायल हो गये. वहीं दूसरी घटना टाउन थाना क्षेत्र के गढ़ी विशनपुर गांव के पास बारात से लौट रही स्कॉर्पियो के सड़क किनारे खड़े ट्रक में ठोकर मार दिये जाने से सात लोग घायल हो गये थे, जिन्हें निजी क्लिनिक में भर्ती कराया गया.
इसके अलावा तीसरी घटना हलसी कृषि विज्ञान केंद्र के पास घटी, जहां जर्जर सड़क रहने की वजह से वहां से गुजर रहे नोमा निवासी अरुण सिंह अपनी पत्नी के साथ बाइक से गिरकर घायल हो गये. घटना में उनकी पत्नी अंजली देवी अचेतावस्था में पहुंच गयी थी, जिसे स्थानीय लोगों के सहयोग से सदर अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया.
काफूर हो गयी दो परिवारों की खुशियां
लखीसराय. कहते हैं न जो होनी को मंजूर होगा वही होकर रहेगा, इसके आगे लोगों को कुछ नहीं चलता है, इसी दुर्भाग्य संयोग में बुधवार की रात काल ने अपना काम कर दिया तथा दो परिवारों के मिलन की खुशियां गम में तब्दील हो गयी.
सदर प्रखंड के गढ़ी विशनपुर पंचायत के महादलित टोला निवासी गरीबन मांझी के पुत्र सुरेंद्र मांझी की शादी हलसी प्रखंड मुख्यालय के समीप निवासी दुखी मांझी की पुत्री मनीता कुमारी से होनी थी, जिसको लेकर काफी धूमधाम से ढोल-बाजे के साथ गढ़ी विशनपुर से बुधवार की देर शाम स्कॉर्पियो से बरात हलसी के लिए प्रस्थान की तथा वहां पहुंचने पर सभी नाचने-गाने व खाने-पीने में मशगूल रहे.
आसपास के लोगों को कुछ देर बाद मिली घटना की जानकारी
शादी-विवाह के मौसम में तेज आवाज में बजते फिल्मी गानों बीच भीषण सड़क दुर्घटना में हुई आठ लोगों की मौत की सूचना आसपास के लोगों को कुछ देर बाद हुई. स्थानीय लोग घटना के बाद हो रहे शोर-शराबा को विवाह रस्म होने की बात सोच रहे थे लेकिन शादी-विवाह के इस खुशी के मौके पर एकाएक परिजनों के चीत्कार व करुण क्रंदन की आवाज ज्योंही लोगों की कानों में पहुंची कि अनहोनी घटना की आशंका को ले लोग घटनास्थल की ओर भागे तथा वहां पहुंचने पर दृश्य देखकर अवाक रह गये.
सड़क पर जहां-तहां बिखरी पड़ी लाशें व बिजली का क्षतिग्रस्त पोल व दुकान के आगे लगे शेड को तहस-नहस देखकर लोगों को समझते देर नहीं लगी कि घटना कैसे हुई है. स्थानीय लोग उस मनहूस ट्रक को ढूंढ़ रहे थे जो दो परिवारों को मिलन की खुशियों पर पानी फेर दिया.
समधी मिलन व वधू पक्ष के द्वार लगने के समय हुई घटना
डेढ़ बजे के आसपास वधू पक्ष द्वारा द्वार (शादी का रस्म) लगने का निमंत्रण मिलने पर वर पक्ष द्वारा वधू पक्ष का द्वार लगना तथा समधी मिलन करने के लिए बराती फिल्मी के गानों के धुनों पर थिरकते हुए निकले, ज्योंही बराती वधू पक्ष के द्वार के समीप पहुंचा कि काल के रूप में आ रही एक अनियंत्रित ट्रक ने दो परिवारों की खुशियों पर पानी फेर दिया तथा खुशी में झूमते-नाचते लोगों को कुचलते हुए आगे बढ़ गया. एकाएक हुई इस घटना से मानो वहां की सभी को सांप सूंघ गया हो तथा कुछ देर के लिए बिल्कुल सन्नाटा पसर गया.
जानकारी मिलते ही वधू पक्ष में मचा कोहराम
अपनी पुत्री के विदाई का आरमां संजोये लड़की की मां सीता देवी के कानों में ज्योंही घटना की जानकारी मिली की वह बदहवास होकर वहीं गिर पड़ी तथा परिजनों में कोहराम मच गया. लोग घटनास्थल के समीप तथा सड़क पर पड़े लाशों के बीच में अपनों को ढूंढ़ने लगे.
जनता के बीच सड़क जागरूकता होती तो हलसी में इतनी बड़ी सड़क दुर्घटना नहीं घटती
लखीसराय. सरकार प्रतिवर्ष सड़क जागरूकता अभियान चलाकर लोगों एवं चालकों के बीच जागरूकता फैलाती है कि सड़क किनारे कोई आयोजन न करें सड़क की बायीं ओर चलें ओवरलोड परिचालन न करें, नियंत्रण में वाहन का परिचालन करें बाइक परिचालन करें तो हेलमेट एवं जूता पहनकर करें चार पहिया चलायें, तो सीट सेफ बेल्ट लगा कर करें और स्लोगन लिखकर बोर्ड देते हैं कि नजरें हटी कि दुर्घटना घटी.
इसके बावजूद भी हम लोगों के बीच जागरूकता नहीं आकर उल्टे खुलेआम जैसे-तैसे परिचालन कर रहे हैं, जिसका परिणाम देर रात को जिले के हलसी प्रखंड के सामने एक ट्रक चालक ने नियंत्रण खो दिया जिसके कारण सड़क घटना घटी, जिसमें एक ट्रक ने आठ लोगों रौंदकर मौत के घाट उतार दिया. अगर सड़क किनारे यह आयोजन नहीं होता तो इतना बड़ा हादसा नहीं होता. इसके बावजूद भी पदाधिकारी सचेत नहीं होती. सिर्फ जागरूक करना अपना कर्तव्य मानते हैं.
ये पदाधिकारी सड़क जागरूक का अक्षर सह अनुपालन किये होते तो धड़ल्ले से बिना लाइसेंस के नाबालिग चालक ट्रक, बाइक, टेंपो व ट्रैक्टर जैसे चार पहिया वाहन नहीं चलाते और न ही सड़क दुर्घटना होती. उनलोगों को न ही नियम का कोई ख्याल रहता है और न ही किसी नियम का. सड़क पर परिचालन के लोग नाबालिग आपाधापी करने लगते हैं जिससे जहां-तहां धक्का मारते रहते हैं जिसका परिणाम आये दिन सड़क दुर्घटना में मौत हो रही है.
पदाधिकारी सड़क नियमानुसार इस पर ध्यान दें तो अवश्य ही सड़क दुर्घटना में हो रही मौत में कमी आयेगी और लोगों का जान भी सुरक्षित होगा, अन्यथा इसी तरह की घटनाएं घटती रहेगी लोग मातम मनाते रहेंगे और आंसू बहाते रहेंगे.
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