दिघलबैंक कलश स्थापना व भव्य शोभायात्रा के साथ शारदीय नवरात्र सोमवार से पूरे उल्लास व भक्तिमय वातावरण में आरंभ हो गया. प्रखंड के विभिन्न मंदिरों और पूजा पंडालों में मां दुर्गा की आराधना को लेकर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. सोमवार सुबह दिघलबैंक दुर्गा मंदिर प्रांगण से कलश यात्रा निकाली गई. नेपाल से आए पंडित गोपाल ठाकुर, स्थानीय पंडित सरोज झा, सहयोगी गणेश सिंह, बिनोद चौधरी, बिट्टू साह, संतोष चौधरी सहित पूजा समिति के पदाधिकारी व सैकड़ों श्रद्धालु गाजे-बाजे और ढोल-नगाड़ों की थाप पर मां दुर्गा की जयकारे लगाते हुए शोभायात्रा में शामिल हुए. पूरा वातावरण “जय माता दी” के उद्घोष से गूंज उठा और नगर भक्तिमय रंग में रंग गया. धार्मिक मान्यता है कि नवरात्र के दौरान सच्चे मन से की गई पूजा-अर्चना से साधक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. इस प्रकार शारदीय नवरात्र का पर्व न केवल भक्ति और आस्था का प्रतीक है बल्कि यह समाज को धर्म, सत्य और सदाचार की राह पर चलने की प्रेरणा भी देता है.
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