किशनगंज. शुक्रवार को देश भर में होली का त्योहार मनाया जायेगा जिसे लेकर बाजारों में रौनक बढ़ गयी है. रंगों का खुमार हवाओं में दिखने लगा है. हर तरफ उल्लास का माहौल है. वही हर साल की तरह इस साल भी राजस्थान से लोक कलाकारों की टीम किशनगंज पहुंच चुकी है. पिछले 3-4 दिनों से किशनगंज की सड़कों पर होली के अवसर पर परम्परागत वाद्ययंत्र ‘चंग’ की थाप पर सैंकड़ों बच्चे, युवा व बुज़ुर्ग शाम ढलने के साथ ही चंग बजाते और होली के गीत गाकर नाचते हुए नज़र आने लगे है. इस बार चंग की थाप पर चुनावी रंग भी चढ़ा हुआ है. युवाओं की टोली व्यंग से भरे गीतों पर खूब धमाल मचा रही है. बता दे कि ग्लोबल कल्चर के दौर में भी लोक संस्कृति से जुड़ी परंपराओं को युवाओं ने आत्मसात कर रखा है. बताते चले कि चंग की गूंज और बांसुरी की धुन पर थिरकते कलाकारों के पांवों में घुंघरुओं की खनक जैसे तेज हुई तो ऐसे लगा जैसे राजस्थान की संस्कृति धरातल पर उतर आई हो. गौरतलब हो की यह सिलसिला सालो से जारी है. शहर के नीम चंद रोड में शाम होते ही युवाओं की टोली नाचते झूमते देखी जा सकती है. बहुरूपिया बनकर भी लोग स्त्री, बुजुर्ग आदि के गेटअप में सबके बीच नृत्य करते हैं और धमाल में शामिल होते हैं. हंसी-मजाक का भी दौर खूब चलता है और देर रात तक मस्ती चलती है. मारवाड़ी युवा मंच और तेरापंथ युवक परिषद से जुड़े युवा एक महीने पहले से ही तैयारियों में जुट जाते है.
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