गलगलिया. मंगलवार को रुकी बालूरघाट व सिक्किम महानंदा, कंचन कन्या एक्सप्रेस के गलगलिया स्टेशन पर रूकने से इस स्टेशन के पुराना गौरव वापस आ गया है. सिलीगुड़ी आलूआबाड़ी रेल खंड के बीच अवस्थित गलगलिया रेलवे स्टेशन पर पांच मेल एक्सप्रेस ट्रेनों का ठहराव होने से अब रेलवे की आय में प्रति वर्ष करोड़ों का मुनाफा होने की उम्मीद बढ़ गई है. रेलवे बोर्ड ने सीमावर्ती क्षेत्र गलगलिया जो को नेपाल से बिल्कुल सटा हुआ है इसकी आबादी लाखों में है. इस क्षेत्र के लोग रेलवे के इस कदम का लाभ उठा सकेंगे. सिलीगुड़ी अलुआबाड़ी रेल खंड होकर कई ट्रेने चल रही है. लेकिन इन ट्रेनों का ठहराव गलगलिया स्टेशन पर नहीं होने से इसका लाभ यहां के लोगों को नहीं मिल पाता था. सिलीगुड़ी व एनजीपी से खुलने वाली तीन डीएमयू के अलावे दो इंटरसिटी और एक फास्ट पैसेंजर का नियमित परिचालन जारी है़, जबकि कई साप्ताहिक ट्रेनों का यहां ठहराव यहां नहीं था. अंतरराष्ट्रीय सीमा को देखते हुए ठाकुरगंज, बागडोगरा रेल खंड सुरक्षित और सरल मार्ग है. सिलीगुड़ी व एनजीपी से खुलने वाली तीन डीएमयू के अलावे दो इंटरसिटी और एक फास्ट पैसेंजर का नियमित परिचालन जारी है. कई साप्ताहिक ट्रेनों का यहां ठहराव यहां नहीं था. अंतरराष्ट्रीय सीमा को देखते हुए ठाकुरगंज, बागडोगरा रेल खंड सुरक्षित और सरल मार्ग है.
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