किशनगंज. शारदीय नवरात्र के शुभ अवसर पर मां दुर्गा की स्थापना के साथ ही नौ दिवसीय अनुष्ठान प्रारंभ हो रहा है. इस पावन अवसर पर आज विधि-विधान से कलश स्थापना की जाएगी, जिसके लिए किशनगंज शहर के बाजारों में रौनक बढ़ गयी है. लोग खरीदारी में व्यस्त हैं. जगह-जगह पूजा पंडालों को भी अंतिम रूप दिया जा रहा है, जहां मां दुर्गा की प्रतिमाएं स्थापित की जाएगी. धार्मिक मान्यता के अनुसार, कलश स्थापना के बिना नवरात्र का कोई भी अनुष्ठान पूरा नहीं माना जाता है. कलश को सुख-समृद्धि और ऐश्वर्य का प्रतीक माना जाता है, और आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को कलश स्थापना की जाती है. नवरात्र के शुरू होते ही किशनगंज के बाजारों में खरीदारी की रफ्तार तेज हो गई है. श्रद्धालु मां दुर्गा की पूजा के लिए आवश्यक सामग्रियां, जैसे – फल, फूल, चुनरी, नारियल और अन्य पूजन सामग्री खरीद रहे हैं. शहर के विभिन्न इलाकों में मां दुर्गा के आगमन की तैयारी पूरी हो चुकी है. पूजा समितियों द्वारा पंडालों को सजाया, संवारा जा रहा है. प्रतिमा कीअ स्थापना के बाद आज शाम से ही पूजा-अर्चना का दौर शुरू हो जाएगा.
कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त
हिंदू पंचांग के अनुसार, शारदीय नवरात्र की प्रतिपदा तिथि पर कलश स्थापना के लिए आज सुबह 06:09 बजे से 08:06 बजे तक व दोपहर में 11:49 बजे से 12:38 बजे तक का शुभ समय है.
कलश स्थापना की विधि
पूजा स्थल को गंगाजल से शुद्ध कर गंगाजल से छिड़कें. लकड़ी की चौकी पर लाल रंग का स्वास्तिक बनाएं और उस पर कलश स्थापित करें. कलश में गंगाजल, जौ, सुपारी, सिक्के, हल्दी, अक्षत और पंचरत्न डालें. कलश के मुख पर आम के पत्ते रखें और लाल वस्त्र में लपेटे नारियल को ऊपर रखें. अष्टदल बनाकर मां दुर्गा की प्रतिमा या तस्वीर स्थापित करें. विधि-विधान और मंत्रोच्चार के साथ कलश स्थापना करें और पूजा शुरू करें.
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