किशनगंज. किशनगंज में 102 एम्बुलेंस कर्मचारियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल मंगलवार को समाप्त हो गई. 5 सितंबर से किशनगंज सदर अस्पताल परिसर में 102 एम्बुलेंस कर्मचारी संघ किशनगंज के बैनर तले अपनी मांगों को लेकर एम्बुलेंस चालक और ईएमटी कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर थे. नई एजेंसी जैन प्लस द्वारा कई सुविधाएं नहीं दिए जाने और मांगों को पूरा नहीं किए जाने के विरोध में कर्मचारी हड़ताल पर गए थे. उनकी मांगों में बिहार सरकार के श्रम संसाधन विभाग द्वारा घोषित न्यूनतम मजदूरी कम से कम 21,000 रुपये प्रति आठ घंटा देने की मांग शामिल थी. एजेंसी द्वारा सभी कर्मचारियों को बिना किसी शर्त के अविलंब नियुक्ति पत्र और वेतन पर्ची देने की मांग. कर्मचारियों को ईएसआईसी और ईपीएफ का अंशदान समय पर संबंधित कार्यालय में जमा करने की मांग. कर्मचारियों को दुर्घटना बीमा का लाभ देने और कार्य अवधि के दौरान मृत्यु होने पर कम से कम 20 लाख रुपये मुआवजा देने का प्रावधान करने की मांग. एजेंसी कर्मचारियों से प्रतिदिन 8 घंटे के बजाय 12 घंटे काम कराती है, जो श्रम अधिनियम का घोर उल्लंघन है. सदर अस्पताल परिसर स्थित धरना स्थल पर अधिकारियों और कंपनी प्रतिनिधियों के हस्तक्षेप के बाद हड़ताल समाप्त करने का निर्णय लिया गया. सोमवार को एसडीओ अनिकेत कुमार, जिला कार्यक्रम प्रबंधक डॉ. मुनाजिम और जेन पल्स कंपनी के क्लस्टर लीडर आसिफ रहमानी की मौजूदगी में एंबुलेंस चालकों और ईएमटी को माला पहनाकर हड़ताल समाप्त करने की औपचारिक घोषणा की गयी. कर्मचारियों ने भी प्रशासनिक अधिकारियों के आग्रह को स्वीकार करते हुए तत्काल सेवा बहाल करने का आश्वासन दिया.
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